
बीना में मुस्कान अभियान के तहत पुलिस ने एक महीने में 15 गुमशुदा लड़कियों को दस्तयाब किया है। तलाशी अभियान के दौरान और सही लोकेशन पता करने के लिए पुलिस कहीं प्रोफेसर तो कहीं डॉक्टर बनकर पहुंची। गुमशुदा लड़कियों की तलाश में पुलिस पाकिस्तान बॉर्डर तक पहुंच गई थी।
जानकारी के अनुसार, 2014-15 से गुमशुदा लड़कियों की तलाश के लिए मध्य प्रदेश पुलिस ने 1 फरवरी से 28 फरवरी तक विशेष अभियान चलाया। एक महीने तक चले अभियान में बीना पुलिस अनुविभाग के चार थाना क्षेत्र से गुमशुदा हुई 28 में से 15 लड़कियों को बरामद किया गया। इनमें 9 बीना, तीन खिमलासा, एक भानगढ़, एक आगासौद थाना क्षेत्र की हैं। दो मामलों में पुलिस ने बहला फुसला कर ले जाने वालों पर अपराध दर्ज किया है।
प्रोफेसर बनकर पता लगाई लोकेशन
गुमशुदा लड़कियों की बरामदगी के लिए पुलिस को विभिन्न जतन करने पड़े। एक लड़की की लोकेशन पता करने एक आरक्षक ने 20 दिनों तक प्रोफेसर बनकर बात की और लव मैरिज पर शोध करने के लिए मुलाकात करने के लिए कहा। लड़की आश्वस्त हुई और टीम उसके घर पहुंची। वहीं पहुंचकर टीम ने खाना खाया और लड़की को बरामद किया।
गुमशुदा पहुंच गई थी घर
एक मामले में पुलिस ने सूचना पर गुमशुदगी दर्ज तो कर ली थी। लेकिन पता लगाने की कोशिश नहीं की। जब मुस्कान अभियान में टीम का गठन हुआ और शिकायत में दिए नंबर पर फोन लगाया तो पता चला लड़की अगले दिन ही घर पहुंच गई थी।
अभियान को लेकर एसडीओपी नितेश पटेल का कहना है कि टीम ने 15 लड़कियों को बरामद किया है। टीम में सभी थाना प्रभारी के अलावा एसआई कविता द्विवेदी, प्रधान आरक्षक, बीडी शिवहरे, लोकेंद्र यादव, प्रेमजीत, सतीश शर्मा, मलखान, रवि शामिल रहे।