
सागर के बांदरी थाना क्षेत्र में नेशनल हाईवे-44 पर स्थित ग्राम मेहर के पास सड़क किनारे मिले युवक के शव मामले में सोमवार को परिजन ने चक्काजाम किया। पोस्टमार्टम के बाद वे शव लेकर बस स्टैंड मार्ग पर डिग्री कॉलेज के पास चौराहे पर पहुंचे। जहां सड़क पर शव रखकर चक्काजाम कर लिया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की है। उन्होंने कहा कि देवा वाल्मिकी की हत्या कर शव हाईवे किनारे फेंका गया है।
कुछ लोग उसे घर से बुलाकर ले गए थे। लेकिन मामले में पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। परिजन ने दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। चक्काजाम की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और समझाइश देकर लोगों को शांत कराया। मामले में जांच कर दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिसके बाद परिजन माने और शव लेकर अंतिम संस्कार के लिए रवाना हुए।
दरअसल, रविवार को एक युवक का लहूलुहान शव एनएच-44 पर ग्राम मेहर के पास धंसान नदी के किराने तिरपाल में लिपटा पड़ा मिला था। सूचना पर बांदरी पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा बनाया। शव के पास से मोबाइल मिला। मोबाइल की मदद से मृतक की पहचान हुई। मृतक की पहचान शनिचरी निवासी 30 वर्षीय देवा पुत्र दिलीप वाल्मिकी के रूप में हुई थी। पुलिस ने शव को पोस्मार्टम के लिए भेजा। सोमवार को पीएम कराया गया। पीएम के बाद शव परिवार वालों को सौंप दिया।
सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाल रही पुलिस
बांदरी थाना प्रभारी गजेंद्र सिंह बुंदेला ने बताया कि शुरूआती पूछताछ में पता चला है कि युवक शनिवार की शाम घर से निकला था। पता चला है कि कई बार वह रात में घर नहीं जाता था। जिसके चलते परिजनों ने भी उसके घर नहीं लौटने पर ध्यान नहीं दिया। मामले में प्रकरण दर्ज कर सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं। मृतक के मोबाइल की सीडीआर भी निकाली जाएगी। जांच में साक्ष्यों के आधार पर मामले में कार्रवाई की जाएगी।
