
बीना में युवक की मौत मामले में सोमवार को लोगों ने प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में सलीता और कंजिया के ग्रामीण तहसील पहुंचे। एसडीओपी के न मिलने पर नाराज ग्रामीणों ने खिमलासा रोड पर चक्का जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और एसडीओपी को हटाने की मांग की।
दरअसल, कंजिया पुलिस चौकी क्षेत्र में सलीता गांव के युवक सेम पाल बुंदेला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। घटना 12 मार्च की है। मृतक के परिजन का आरोप है कि देवी यादव, भरत राम, अभिषेक, विकेश, सोनू और टोनी यादव ने सेम पाल की हत्या की है। आरोपियों ने सेम पाल और उसके एक साथी के साथ मारपीट की। इसके बाद स्कॉर्पियो से कुचलकर दोनों को बेतवा नदी के पार मुंगावली थाना क्षेत्र में फेंक दिया।
पुलिस ने घटना को माना एक्सीडेंट
मुंगावली पुलिस ने घायल अवस्था में मिले दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान अशोकनगर में जिला अस्पताल में सेम पाल की मौत हो गई। पुलिस इस मामले को दुर्घटना मान रही है।
कांग्रेस बोली- युवक की हत्या की गई
कांग्रेस नेता इंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि यह स्पष्ट रूप से हत्या का मामला है। तहसीलदार सुनील शर्मा ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों की मांगों का ज्ञापन लिया और वरिष्ठ अधिकारियों तक बात पहुंचाने का आश्वासन दिया। ग्रामीणों ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।