
मध्यप्रदेश विद्युत विभाग की टीम गुरुवार शाम को बकाया बिजली बिल की वसूली के लिए ओरिया गांव पहुंची, जहां कुछ लोगों ने उन्हें एक कमरे में बंद करने की कोशिश की। टीम के अधिकारियों ने किसी तरह पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद माढ़ोताल पुलिस मौके पर पहुंची और कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाला।
शुक्रवार को बाजनामठ, तिलवारा निवासी सहायक अभियंता अभिषेक चौकसे ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि विजयनगर जोन से उन्हें राजस्व वसूली का निर्देश मिला था। इसी सिलसिले में वे अपनी टीम के साथ ग्राम ओरिया पहुंचे थे। जब वे दिलीप रजक के घर पहुंचे, तो वहां बातचीत के बहाने अंदर बुलाकर उन्हें कमरे में बंद करने की कोशिश की गई।
अभिषेक चौकसे के अनुसार, दिलीप रजक पर 8,000 रुपए से अधिक का बकाया था। जब टीम ने भुगतान की मांग की, तो दिलीप रजक, मुन्ना रजक, कालू रजक और बंटी ने उनकी कॉलर पकड़ ली और शासकीय कार्य करने से रोका। इसी दौरान कमरे का दरवाजा बंद कर ताला लगा दिया गया। टीम के सदस्यों ने किसी तरह पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद उन्हें बचाया गया।
बिजली विभाग की शिकायत पर माढ़ोताल पुलिस ने मुन्ना रजक सहित अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शुक्रवार को अधीक्षण यंत्री संजय अरोड़ा, कार्यपालन यंत्री शरद विश्वकर्मा और अन्य कर्मचारियों ने थाने पहुंचकर वसूली के दौरान सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है।
