
रीवा शहर में बिना नियमों के संचालित मीट और मटन दुकानों के कारण आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नया बस स्टैंड, गुढ़ चौराहा, बिछिया, अमहिया मार्ग और इंजीनियरिंग कॉलेज से सिरमौर चौराहे तक कई मांस की दुकानें सड़क किनारे अवैध रूप से चल रही हैं, जिससे बदबू और गंदगी का माहौल बना हुआ है।
सरकार ने एक साल पहले ही मीट दुकानों को शिफ्ट करने का आदेश दिया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रशासन जानबूझकर देरी कर रहा है।
नगर निगम आयुक्त ने दिया आश्वासन
नगर निगम आयुक्त सौरभ सोनवड़े ने कहा है कि 24 मार्च को नगर परिषद की बैठक में इस मुद्दे पर निर्णय लिया जाएगा। उनका कहना है कि मीट दुकानों के लिए अलग से मार्केट तैयार किया गया है और जल्द ही सभी दुकानें वहां शिफ्ट की जाएंगी।
आयुक्त का कहना है कि “आवंटन की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। कुछ दावा-आपत्तियां थीं, जिन्हें हल कर लिया गया है। बैठक में अनुमोदन के बाद सभी दुकानों को स्थानांतरित कर दिया जाएगा। जो भी नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
CM मोहन यादव के आदेश के बाद भी अवैध बिक्री जारी
बता दें कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शपथ लेने के बाद पहली ही कैबिनेट बैठक में खुले में मांस, मछली और अंडे की बिक्री पर रोक लगाने का आदेश दिया था। उन्होंने कहा था कि मांस की दुकानों को तय जगह पर ही संचालित किया जाए और नियमों का कड़ाई से पालन हो। इसके बावजूद रीवा में खुलेआम मीट की बिक्री जारी है, जिससे स्थानीय लोग और राहगीर परेशान हैं।