
रीवा में बकरे-बकरियों का व्यवसाय करने वाले व्यापारियों और पुलिस के बीच विवाद की स्थिति बन गई है। जहां पशु व्यापारियों ने पुलिस पर रिश्वत लेने के गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं पुलिस ने मंगलवार को पशु व्यापारी के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध किया है।
पुलिस के मुताबिक पशु व्यापारी चोरहटा से मवेशी भरकर अवैधानिक ढंग से रीवा से बाहर किसी अन्यत्र स्थान पर भेजने वाले थे। इसकी सूचना चोरहटा पुलिस को मिल गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। देखभाल के लिए मवेशियों को एक बाड़े में रखा।
इधर, बकरी व्यापारी नीरज कुमार चिकवा का कहना है कि चोरहटा थाने की पुलिस ने हमसे 20,000 रुपए फोन पे के माध्यम से और 20,000 रुपए नगद बतौर रिश्वत लिए हैं। इसके साथ ही हमारी बकरियों को बाड़े में कैद कर दिया। जिससे बड़ी संख्या में बकरियां अव्यवस्था की वजह से मर गईं। हमारी गाड़ी में कुल 305 बकरियां लोड थीं।
एएसपी बोले- दस्तावेज नहीं दिखा पाने पर कार्रवाई की
एएसपी अनिल सोनकर का कहना है कि पुलिस को बकरियों के अवैधानिक परिवहन की सूचना मिलने पर कुछ पशु व्यापारियों से बकरे बकरियों के खरीद फरोख्त संबंधी दस्तावेजों की मांग की गई थी। लेकिन वे साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर पाए। व्यापारियों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध किया है। मृत बकरियों को पीएम के लिए भेजा गया है। पुलिस ने पशु क्रूरता की शिकायत पर कार्रवाई की है।