
दमोह जिले के बबलीगढ़ धाम में बाल ब्रह्मचारी मान सिंह लोधी ने 72 घंटे की समाधि ली है। बीते रविवार दोपहर 2 बजे शुरू हुई यह समाधि बुधवार दोपहर 2 बजे समाप्त होगी।
पटेरा ब्लॉक स्थित बबलीगढ़ धाम मोहस में मंदिर परिसर के अंदर एक गड्ढा खोदा गया। यह गड्ढा 3 फीट गहरा और 5×5 फीट चौड़ा है। बाबा ने इसमें घुटनों के बल बैठकर समाधि ली है। समाधि के बाद गड्ढे को मिट्टी से ढक दिया गया है।
दरअसल, मान सिंह लोधी निवासी तेंदूखेड़ा ब्लॉक के पुतरी घाट हिनौती गांव इस बार छठी समाधि ले रहे हैं। उनके बड़े भाई रतन लोधी ने बताया कि मान सिंह बचपन से ही बाल ब्रह्मचारी हैं। पिछले 15 वर्षों में उन्होंने कई बार समाधि ली है। इनमें हिनौती में 72 घंटे, दो बार 24-24 घंटे, चित्रकूटधाम में 24 घंटे और तेजगढ़ में 24 घंटे की समाधि शामिल है।
मान सिंह के पिता कोमल लोधी किसान हैं। मान सिंह तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं। बचपन में ही उन्होंने ब्रह्मचर्य व्रत ले लिया था। तब से वह घर नहीं आते। गांव में एक मंदिर में रहकर साधना करते हैं। उनके भाई के अनुसार, समाधि का उद्देश्य देश में सुख-शांति लाना है।
बबलीगढ़ धाम में स्थित अमल पुत्र हनुमान का प्राचीन मंदिर क्षेत्र के लोगों की आस्था का केंद्र है। समाधि के दौरान हजारों श्रद्धालु मौजूद हैं। बाहर धार्मिक भजन चल रहे हैं।
