
मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शराबबंदी को लेकर लगातार प्रदर्शन करती आ रही हैं। अब जबलपुर में भी भाजपा नेता शराब दुकानों के विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं। शहर के उपनगरीय क्षेत्र रांझी के मानेगांव में भाजपा नेताओं ने एक शराब दुकान का विरोध करते हुए तालाबंदी कर दी। उनका कहना है कि जिस जगह शराब दुकान खुल रही है। वह घनी बस्ती के पास है। यहां से कुछ ही दूरी पर एक स्कूल भी स्थित है। इस मार्ग से स्कूली बच्चों का आना-जाना होता है, ऐसे में शराबियों द्वारा बच्चों के साथ छेड़खानी की आशंका बनी रहती है।
भाजपा नेताओं के प्रदर्शन और हंगामे की जानकारी मिलते ही एसडीएम रांझी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि उनकी शिकायत आबकारी विभाग तक पहुंचाई जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि दुकान को बंद कर किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट करने के लिए पत्र लिखा जाएगा।
मंडल अध्यक्ष के साथ चार पार्षद पहुंचे, शराब दुकान में की तालाबंदी
शुक्रवार दोपहर मंडल अध्यक्ष पुष्पराज सेंगर के साथ चंद्रशेखर वार्ड से भाजपा पार्षद दामोदर सोनी, भगत सिंह वार्ड के पार्षद निशांत, अंबेडकर वार्ड के पार्षद अनुराग और लाला लाजपत राय वार्ड की पार्षद सवित्री शाह मोहनिया गांव पहुंचे। वहां पहुंचकर उन्होंने शराब दुकान के सामने तालाबंदी की। इस दौरान रांझी पुलिस बल भी मौके पर मौजूद था, लेकिन किसी ने भाजपा नेताओं को रोकने का प्रयास नहीं किया। स्थानीय महिलाओं और एक स्कूल की शिक्षिका के साथ मिलकर भाजपा नेताओं ने घंटों तक शराब दुकान के सामने विरोध प्रदर्शन किया।
भाजपा नेताओं का कहना है कि, जिस स्थान पर शराब दुकान खोली जा रही है, वह स्कूल और रिहायशी इलाके के नजदीक है। ऐसे में यहां शराबियों की आवाजाही बढ़ेगी, जिससे महिलाओं और बच्चों के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ने की आशंका है। इसके अलावा, जिस मार्ग पर यह दुकान स्थित है, वहां से महिलाएं नियमित रूप से गुजरती हैं, जिससे उनके साथ अभद्र व्यवहार की संभावना भी बढ़ जाती है।
बीजेपी नेता बोले- स्कूल के पास नहीं खोलने देंगे दुकान
भाजपा मंडल अध्यक्ष पुष्पराज सेंगर का कहना है कि इससे पहले यह शराब दुकान मोहनिया से बाहर थी। इससे पहले भी जब इस स्थान पर शराब दुकान खुल रही थी, उस दौरान भी स्थानीय लोगों ने विरोध किया था। जिसके बाद शराब दुकान के परशुराम कुंड के पास शिफ्ट कर दिया था। 1 अप्रैल को जैसे ही शराब के नए टेंडर हुए, तो यह शराब दुकान शिफ्ट करने के बाद गांव के अंदर कर दी गई। जिससे किसी को भी अपत्ति नहीं थी। भाजपा मंडल अध्यक्ष का कहना है कि शराब दुकान के पास स्कूल है और यहीं से आने-जाने का रास्ता है। भाजपा नेता का कहना है कि किसी भी कीमत में यहां पर शराब की दुकान खुलने नहीं दी जाएगी।
पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में शराब दुकान पर तालाबंदी
शुक्रवार दोपहर जैसे ही भाजपा नेताओं को शराब दुकान खुलने की जानकारी मिली, वे ताला लेकर मोहनिया स्थित दुकान पहुंच गए और पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में ही दुकान पर तालाबंदी कर दी। इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मौके पर मौजूद थे।
भाजपा नेताओं का कहना है कि,
प्रशासन अच्छी तरह जानता है कि इससे पहले भी जब इसी स्थान पर शराब दुकान खोलने की कोशिश हुई थी, तब स्थानीय लोगों ने भारी विरोध किया था। विरोध के चलते दुकान को गांव से बाहर शिफ्ट करना पड़ा था। अब एक बार फिर उसी जगह दुकान खोली जा रही है, जबकि प्रशासन जानता है कि आबादी वाले इलाके में शराब दुकान खुलने से आए दिन विवाद की स्थिति बन सकती है। इसके बाद भी आबादी वाले इलाके में शराब दुकान खुलवाई गई।
बीजेपी नेता बोले- स्कूल के पास नहीं खोलने देंगे दुकान
भाजपा मंडल अध्यक्ष पुष्पराज सेंगर का कहना है कि इससे पहले यह शराब दुकान मोहनिया से बाहर थी। इससे पहले भी जब इस स्थान पर शराब दुकान खुल रही थी, उस दौरान भी स्थानीय लोगों ने विरोध किया था। जिसके बाद शराब दुकान के परशुराम कुंड के पास शिफ्ट कर दिया था। 1 अप्रैल को जैसे ही शराब के नए टेंडर हुए, तो यह शराब दुकान शिफ्ट करने के बाद गांव के अंदर कर दी गई। जिससे किसी को भी अपत्ति नहीं थी। भाजपा मंडल अध्यक्ष का कहना है कि शराब दुकान के पास स्कूल है और यहीं से आने-जाने का रास्ता है। भाजपा नेता का कहना है कि किसी भी कीमत में यहां पर शराब की दुकान खुलने नहीं दी जाएगी।
पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में शराब दुकान पर तालाबंदी
शुक्रवार दोपहर जैसे ही भाजपा नेताओं को शराब दुकान खुलने की जानकारी मिली, वे ताला लेकर मोहनिया स्थित दुकान पहुंच गए और पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में ही दुकान पर तालाबंदी कर दी। इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मौके पर मौजूद थे।
भाजपा नेताओं का कहना है कि, प्रशासन अच्छी तरह जानता है कि इससे पहले भी जब इसी स्थान पर शराब दुकान खोलने की कोशिश हुई थी, तब स्थानीय लोगों ने भारी विरोध किया था। विरोध के चलते दुकान को गांव से बाहर शिफ्ट करना पड़ा था। अब एक बार फिर उसी जगह दुकान खोली जा रही है, जबकि प्रशासन जानता है कि आबादी वाले इलाके में शराब दुकान खुलने से आए दिन विवाद की स्थिति बन सकती है। इसके बाद भी आबादी वाले इलाके में शराब दुकान खुलवाई गई।