
दमोह नगर पालिका के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीएमओ) प्रदीप शर्मा से जुड़े स्याही कांड की जांच रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप दी गई है। मामला 29 मार्च का है।
विवेक अग्रवाल और अनुराग यादव ने सीएमओ के घर जाकर उनके चेहरे पर काली स्याही पोत दी थी। आरोप था कि सीएमओ ने घंटाघर से धार्मिक ध्वज हटाने के लिए कर्मचारियों को भेजा था। इस खबर के बाद हिंदू संगठनों ने घंटाघर पर धरना दिया था।
जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का हुआ गठन
कलेक्टर सुधीर कोचर ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम बनाई। टीम में एडीएम मीणा मसराम, हटा एसडीओपी राकेश मरकाम और हटा एसडीओपी को शामिल किया गया। जांच रिपोर्ट 10 अप्रैल को जमा होनी थी। महावीर जयंती की छुट्टी के कारण यह 11 अप्रैल की रात को कलेक्टर को सौंपी गई।
कलेक्टर सुधीर कोचर ने बताया कि रिपोर्ट का अध्ययन किया जा रहा है। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।