
सागर जिले में पिछले 5 दिनों में झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई करते हुए 15 क्लिनिकों को सील कर दिया गया है। उनके दस्तावेज भी जांच के लिए जब्त किए हैं। कलेक्टर के निर्देश के बाद प्रशासन सख्ती के साथ झोलाछाप डॉक्टर और अवैध क्लिनिकों पर कार्रवाई करने में लगा है।
अब तक जिले में पीपुल्स हॉस्पिटल बीना, विप्लव विश्वास छोटी बंजरिया बीना, गुलाब पटेल छोटी बंजरिया बीना, समीर विश्वास बस स्टैंड देवरी, डॉ केसी पटेल रामधर तिराहा देवरी, गुरु दत्त अस्पताल डीडी पटेल रामधर तिराहा देवरी, इमाम खान सदर, डालचंद यादव सदर, सैयद अशरफ अली सदर, अरुण राय सदर, प्रीति अहिरवार जगदीशपुरा खुरई, दीपक जैन बंडा, डॉक्टर साहू बंडा, अरिहंत पैथोलॉजी लैब बंडा और राजा बाबू लोधी सहजपुर केसली पर कार्रवाई की गई है।
बंडा में लैब सील, देवरी में एनेस्थीसिया के इंजेक्शन जब्त
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बंडा के अरिहंत नर्सिंग होम का निरीक्षण कर उसकी लैब को सील किया है। दस्तावेज जब्त कर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सौंपे। देवरी में तीन झोलाछाप डॉक्टरों के क्लिनिक सील किए गए। बस स्टैंड पर स्थित बंगाली डॉक्टर समीर विश्वास की क्लिनिक को पुलिस व प्रशासन की टीम ने सील किया।
मौके से एलोपैथिक दवाएं, एंटीबायोटिक, सर्जरी में उपयोग होने वाले एनेस्थीसिया इंजेक्शन जब्त किए गए।
गुरुदत्त क्लिनिक पर छापामार कार्रवाई कर एलोपैथिक दवाएं जब्त की और क्लिनिक सील की गई। बीना के छोटी बजरिया इलाके में दो अवैध मेडिकल क्लिनिकको सील किया गया। संबंधित व्यक्तियों के पास कोई मेडिकल डिग्री या रजिस्ट्रेशन नहीं पाया गया। बंडा के ग्राम बिनायका में डॉ. मनीष वैद्य की दिव्यरत्न होम्यो क्लिनिक और डॉ. उत्तम विश्वास की क्लिनिक बंद कराई गई। डॉ. विश्वास ने लिखित रूप से क्लिनिक बंद करने की जानकारी दी है।
बीते दिनों मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ममता तिमोरी, मालथौन एसडीएम मुनव्वर खान, बीएमओ डॉ. शेखर श्रीवास्तव ने ग्राम बेसरा पहुंचकर झोलाछाप डॉक्टर की क्लिनिक का निरीक्षण किया। क्लिनिक बंद मिली। ऐसे में बेसरा उप स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करते हुए सीएचओ और आयुष मेडिकल ऑफिसर को निर्देश दिए गए कि भविष्य में झोलाछाप की क्लिनिक चालू पाए जाने पर तत्काल मुख्यालय को सूचित करें।
इसके बाद टीम मालथौन शहरी क्षेत्र में बीएएमएस डॉक्टर मनोज जैन की क्लिनिक पर पहुंची। क्लिनिक को केवल आयुर्वेदिक पद्धति के लिए लाइसेंस प्राप्त है लेकिन वहां एलोपैथिक इलाज किया जा रहा था। टीम ने डॉक्टर को चेतावनी देते हुए निर्देश दिए है कि दो दिन में सभी एलोपैथिक दवाइयां हटाएं। ऐसा नहीं करने पर क्लिनिक सील कर दी जाएगी।