
“सर, मेरी बीवी को उसके घर वाले पुलिस चौकी से जबरदस्ती उठाकर ले गए… मैं गिड़गिड़ाता रहा, पर पुलिस मूकदर्शक बनी रही… अब उसका मोबाइल भी बंद है, डर है कहीं उसे कुछ हो न गया हो…” – ये गुहार है बघराजी गांव निवासी समीर खान की, जो बीते कुछ दिनों से अपनी पत्नी रुखसार की तलाश में दर-दर भटक रहा है।
समीर का दावा है कि उसने प्रेमविवाह किया था, समाज की रज़ामंदी से निकाह किया, लेकिन इसके बाद पत्नी के परिजनों ने उसे जबरन उठा लिया, वो भी पुलिस चौकी से।
पुलिसकर्मियों के सामने मारपीट, पत्नी का अपहरण
24 मार्च को समीर खान ने उमरिया जिले के चंदिया गांव निवासी 18 वर्षीय रुखसार खान से शादी की थी। निकाह दोनों की मर्जी से हुआ, लेकिन शादी के कुछ दिनों बाद ही समीर को बघराजी चौकी में कथन देने के लिए बुलाया गया।
समीर के मुताबिक, 17 अप्रैल की शाम को जब वह पत्नी के साथ चौकी पहुंचा, तो वहां पहले से एक सफेद कार खड़ी थी। कार में बैठे लोगों ने उसे देखते ही मारपीट शुरू कर दी और उसकी पत्नी रुखसार को जबरन कार में बैठाकर फरार हो गए। यह सब कुछ पुलिस के सामने हुआ। लेकिन चौकी में तैनात पुलिसकर्मियों ने सिर्फ मूकदर्शक की भूमिका निभाई।
युवक ने घटना का वीडियो एएसपी को सौंपा
समीर ने बताया कि घटना के वीडियो उसके पास हैं, जिसमें साफ दिख रहा है कि कुछ लोग एक युवती को जबरन कार में बैठाकर ले जा रहे हैं और पुलिस वहां मौजूद होकर भी कोई हस्तक्षेप नहीं की। युवक ने ये वीडियो एएसपी सूर्यकांत शर्मा को सौंपे हैं।
जिसके बाद एएसपी ने मामले की जांच डीएसपी ग्रामीण को सौंपी है और तुरंत एक टीम चंदिया भेजने के निर्देश दिए हैं।
सुनारी गांव में बंधक बनाए जाने की आशंका
समीर ने बताया कि 23 अप्रैल को उसे जानकारी मिली कि रुखसार सतना के किसी अस्पताल में भर्ती है। वह तत्काल वहां पहुंचा, लेकिन रुखसार वहां नहीं मिली। समीर का आरोप है कि पुलिस ने कोर्ट में भी झूठा प्रतिवेदन दिया, जिसमें बताया गया कि रुखसार सतना की निवासी है, जबकि असल में वह उमरिया जिले के ग्राम सुनारी की रहने वाली है।
युवक का दावा है कि उसकी पत्नी को सुनारी गांव में ही बंधक बनाकर रखा गया है। उसने 23 अप्रैल की रात को थाना चंदिया पहुंचकर बताया कि डॉ. एमएच खान – जो कि रुखसार के पिता हैं – ने उसे घर में कैद कर रखा है, लेकिन पुलिस ने यह कहकर टाल दिया कि वह इलाका उनके थाना क्षेत्र में नहीं आता।
दोषी पुलिसकर्मियों पर भी होगी कार्रवाई
एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने स्पष्ट किया है कि यदि जांच में पुलिस की भूमिका संदिग्ध पाई गई, तो दोषियों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि युवती की लोकेशन और स्थिति की पुष्टि के लिए पुलिस टीम को तुरंत उमरिया भेजा गया है। दोनों पक्षों के बयान लेने के बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
