
बीना शहर कांग्रेस अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को आरोप लगाया कि बुधवार को आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में पहले से विवाहित जोड़ों ने दोबारा शादी की है।
मंडीबामोरा के एक जोड़े का उदाहरण देते हुए ठाकुर ने बताया कि इस दंपती की शादी 18 अप्रैल को कुरवाई के एक मैरिज गार्डन में हो चुकी थी। फिर भी इसी जोड़े को 30 अप्रैल को विवाह सम्मेलन में शामिल किया गया। योजना के तहत मिलने वाली सरकारी सहायता राशि का लाभ लेने के लिए यह कदम उठाया गया।
सामूहिक विवाह में 402 जोड़ों ने लिए फेरे
बुधवार को आयोजित सामूहिक विवाह में कुल 402 जोड़ों की शादी हुई, जिसमें 13 निकाह भी शामिल थे। अधिकारियों को एक पहले से विवाहित जोड़े की जानकारी मिलने पर उसे अलग कर दिया गया। लेकिन कई अन्य विवाहित जोड़े भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
शादीशुदा की शादी सम्मेलन में हुई
उज्जैन की डाली यादव, जिनकी शादी 15 दिन पहले ही बीना के एक युवक से हो चुकी थी, वह भी इस सम्मेलन में शामिल हुईं। इसी तरह भरछा का एक जोड़ा भी शादी के बाद सम्मेलन में शामिल हुआ।
विवाह सम्मेलन में पंजीयन के लिए पंचायत स्तर पर सत्यापन की व्यवस्था है। इसमें सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और ग्राम कोटवार के हस्ताक्षर आवश्यक हैं।
विवाहित जोड़ों के सम्मेलन में शामिल होने के लिए ये सभी अधिकारी जिम्मेदार माने जा रहे हैं।

मामले में एसडीएम विजय डेहरिया का कहना है कि एक जोड़े की जानकारी मिली थी उसे हटा दिया गया था। यदि अन्य कोई भी ऐसा रहा है तो दिखवाया जाएगा।