
बीना रेलवे स्टेशन पर आवारा मवेशियों की समस्या गंभीर रूप धारण कर चुकी है। प्लेटफॉर्म, रेल पटरी और बुकिंग कार्यालय में घूमते मवेशी यात्रियों को परेशान कर रहे हैं। यात्रियों के खाने-पीने की चीजों को देखकर मवेशी उन पर हमला भी करते हैं।
रेलवे प्रशासन इस समस्या से निपटने में असमर्थ है और नपा से मदद मांग रहा है। हालांकि, नगरपालिका भी आवारा मवेशियों के प्रबंधन में विफल रही है। शहर के मुख्य मार्गों और डिवाइडर पर बैठे मवेशियों के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं।
नपा के पास कांजी हाउस है, लेकिन उसके स्वामित्व विवाद के कारण वहां मवेशियों को नहीं रखा जा सकता। तीन साल पहले बिहरना के पास गौशाला के लिए जमीन आवंटित की गई थी, परंतु अभी तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है।
विधायक निर्मला सप्रे ने गांधी वार्ड की 4 एकड़ जमीन पर अस्थाई गौशाला बनाने का प्रस्ताव रखा था। सीएमओ रामप्रकाश जगनेरिया ने इस सुझाव को स्वीकार नहीं किया। रेलवे के अनुसार रोजाना 2-3 ट्रेनों के सामने मवेशी आ जाते हैं, जिससे ट्रेनें विलंब से चलती हैं।
रेलवे कर रहा नपा से वार्ता
पीआरओ नवल अग्रवाल ने बताया कि एक दिन विशेष अभियान चलाकर मवेशियों को हटाया गया था और अब नगरपालिका से इस समस्या के समाधान के लिए वार्ता चल रही है।