
भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव में अब तक कुछ भारतीय जवान शहीद, जबकि कुछ घायल हो गए हैं। इसके अलावा कुछ आम नागरिकों की मौत हो चुकी है और कई घायल बताए जा रहे हैं।
इन्हीं हालातों के बीच कोठी गांव में रीवा के समाजसेवियों ने जवानों की सलामती और देश की विजय की कामना को लेकर 11 दिवसीय विष्णु महायज्ञ की शुरुआत की है। अभ्युदय उपकार फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित इस यज्ञ में 11 पुरोहित वैदिक मंत्रों के साथ आहुति दे रहे हैं।
यज्ञाचार्य गौरव शरण द्विवेदी ने बताया कि यह यज्ञ भारतीय सैनिकों की दीर्घायु, शहीदों की आत्मा की शांति और देश की विजय के लिए किया जा रहा है। हमारे शास्त्रों में भी कहा गया है कि जब राष्ट्र पर संकट आए, तो यज्ञ से सामूहिक ऊर्जा और संकल्प उत्पन्न होता है। यही भाव हमारे इस आयोजन का आधार है।
“कायरता मत समझना हमारी शांति को…”
समाजसेवी सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने एक कवि की पंक्तियों के जरिए भाव व्यक्त किए। कहा, “अहिंसा के पुजारी हम, जगत को बुद्ध देते हैं, मिलावट कुछ नहीं करते, जो देते शुद्ध देते हैं। हमारी शांति को कायरता न समझ लेना, किसी ने युद्ध मांगा तो उसे हम युद्ध देते हैं।”
वहीं समाजसेवी अनामिका शुक्ला ने कहा, हमारी संस्था सामाजिक सेवा के साथ-साथ आध्यात्मिक आयोजनों में भी सक्रिय रही है। इस विष्णु महायज्ञ के माध्यम से हम न सिर्फ वीर जवानों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं, बल्कि देश की विजय का संकल्प भी ले रहे हैं।