
सागर के डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय में मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने प्रदर्शन किया। मांगों को लेकर विद्यार्थी प्रशासनिक भवन पहुंचे। जहां गेट पर बैठकर विश्वविद्यालय प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कुलपति को बाहर बुलाने की मांग करने लगे। प्रदर्शन के दौरान विद्यार्थियों ने आठ सूत्री मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में जल्द बस की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। क्योंकि वेली कैंपस में बहुत से विषयों की कक्षाएं लगती हैं। ऐसे में बस की सुविधा नहीं होने से विद्यार्थियों को वेली कैंपस आने-जाने में परेशानी होती है। बी-टेक की फीस बहुत अधिक है। विद्यार्थियों से ली जा रही फीस के अनुसार उनको सुविधाएं नहीं दी जा रही है। फीस घटाकर प्रथम बैच 2022-23 के अनुसार किया जाए। स्थायी शिक्षकों की भर्ती कराई जाए। लैब को जल्द स्थापित किया जाए।
उग्र आंदोलन की चेतावनी दी
उन्होंने मांग की कि विश्वविद्यालय में हुई शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में भ्रष्टाचार और परिवारवाद की जांच कराई जाए। महत्वपूर्ण पदों पर बैठे हुए प्रोफेसरों के परिवार के सदस्यों का चयन, कुलपति के नजदीकी लोगों व उनके परिचितों का चयन भर्ती प्रक्रिया को संदिग्ध बनाता है। मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। छात्रावासों के आवंटन के लिए नियम में संशोधन किया जाए।
मेरिट के आधार पर छात्रावास का आवंटन किया जए। जिससे प्रतिभावान व जरुरतमंद विद्यार्थियों को छात्रावास का लाभ मिल सके। मानव शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष व डोफा जैसे महत्वपूर्ण दायित्व का निर्वहन कर रहे प्रो. अजीत जैसवाल पर कई आरोप लगे। उनकी जांच कराई जाए। अनुकंपा प्रकरणों का जल्द निराकरण कराया जाए। पौधरोपण के नाम पर किए जा रहे भ्रष्टाचार की जांच कराई जाए। विद्यार्थियों ने एक सप्ताह में मांगों पर कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।