
सागर के मोतीनगर थाना क्षेत्र में साड़ी की दुकान खोलने का झांसा देकर 6 लाख रुपए की ठगी की गई। फरियादिया से स्टांप पर लिखापढ़ी कर पैसे उधार दिए। इसके बाद आरोपियों ने नकली सोने-चांदी के गहने गिरवी रखकर पैसे लिए। पैसे लेने के बाद वह भोपाल भाग गए। बार-बार पैसे मांगने के बाद भी नहीं लौटने पर पीड़िता मोतीनगर थाने पहुंची और शिकायती आवेदन दिया। पुलिस ने जांच शुरू की और धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार, उमा शुक्ला ने बताया कि मेरे परिवार के भागवती जड़िया के परिवार से पुराने संबंध रहे हैं। पहले भी कई बार मुझसे भागवती व उसके परिवार वालों ने पैसों का लेनदेन किया था जो बाद में पैसे वापस कर देते थे। जुलाई 2023 की बात है कि मेरे घर पर भागवती जड़िया, भागवती के पति योगेश जड़िया और बेटी हिमांशी जड़िया आए। वे बोले मेरे दामाद आदित्य सोनी को साड़ी की दुकान खोलनी है। इसके लिए 6 लाख रुपए की जरूरत है। आप लोग मुझे पैसे देकर मेरी मदद कर दीजिए।
मैंने कहा कि मैं लिखा पढ़ी करके ही पैसे दूंगी। इसके बाद 23 अगस्त 2023 को भागवती जड़िया और उसका पति, बेटी 50 रुपए का स्टांप लेकर मेरे पास आए और बोले कि मैंने स्टांप पर लिखा पढ़ी करा ली है। मैंने स्टांप देखा, उस पर 11 जुलाई 2023 की ट्रेजरी की सील लगी थी। लिखा था कि 23 अगस्त 2023 को भागवती पति योगेश जड़िया (46) निवासी रविशंकर वार्ड को चेक से 6 लाख रुपए उमा शुक्ला ने दिए। भागवती जड़िया, उसकी सास रामा बाई के नाम से 1650 वर्ग फीट का मकान है जो पैसा देने में असमर्थ रहने पर भागवती के हिस्से पर उमा शुक्ला का अधिकार रहेगा और एक ब्लैंक चेक बैंक ऑफ बड़ौदा का हस्ताक्षर वाला दिया था। जिस पर मैंने अपना नाम और 6 लाख रुपए की राशि भर दी थी। मैंने फिर भागवती और उसके पति योगेश को 6 लाख रुपए दे दिए थे।
नकली सोने-चांदी के गहने गिरवी रखे थे
तीन महीने बाद भागवती के पास पैसे वापस मांगने गई तो उसने कहा कि अभी पैसे नहीं है दो-तीन महीने बाद पैसे वापस कर दूंगी। फिर मैं दोबारा 2 महीने बाद पैसे मांगने गई तो भागवती घर पर नहीं थी। उसकी सास ने कहा कि भागवती की तबीयत खराब है, वो अस्पताल में भर्ती है। हम घर बेच कर पैसे वापस कर देंगे। करीब 6 माह पहले मेरे पास भागवती जड़िया, उसकी बेटी और दामाद आदित्य सोनी आए। समूह के पैसे देने के लिए मुझसे 25 हजार रुपए मांगे।
मैंने कहा कि उसके बदले में कुछ गिरवी रख दो तो भागवती ने सोने जैसी धातु का मंगलसूत्र व चांदी जैसी धातु की हाफ करधनी गिरवी रख दी। परिचय होने के कारण मैंने भी उन गहनों को सुनार से चेक नहीं कराया था। उसके बाद मैंने कई बार भागवती, उसके पति, बेटी से पैसे मांगे। लेकिन उन्होंने हर बार टाल मटोल करते हुए बाद में पैसे देने का कहा। बाद में सूचना मिली कि अक्टूबर 2024 में भागवती उसका पति, बेटा और बेटी घर छोड़ कर भाग गए है। मैं जब गहनों को बेचने सुनार के पास गई तो सुनार ने बताया कि यह गहने नकली हैं।
पैसे लेकर भोपाल भागे आरोपी
मामले की शिकायत मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू की। जांच के दौरान योगेश जड़िया की मां से पूछताछ की गई। जिसमें उन्होंने बताया कि उनका बेटा, बहू व अन्य परिवार के सदस्य भोपाल में रहते हैं। उनसे मेरा कोई संपर्क नहीं है। मामले में जांच करते हुए पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।