
सतना के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के हटिया गांव में बुधवार शाम दुर्घटनाग्रस्त हुई नंदिनी ट्रेवल्स की बस को गुरुवार तड़के किसी ने आग लगा दी, जिससे बस पूरी तरह जलकर राख हो गई।घटना से पहले RTO ने बस की फिटनेस और परमिट रद्द कर दिया था। पुलिस आगजनी के कारणों की जांच कर रही है।
बता दें कि, क्षेत्र के हटिया गांव के पास बुधवार देर शाम एक बस पलट गई थी। बास नंदिनी ट्रेवल्स की थी, जो जैतवारा की ओर जा रही थी तभी बेकाबू होकर सड़क किनारे पलट गई। हादसे में 20 यात्री घायल हुए, जिसमें 10 की हालत गंभीर थी।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बस तेज रफ्तार में थी और एक मोड़ पर चालक का नियंत्रण बिगड़ गया, जिससे बस सड़क से नीचे उतरकर पलट गई। घटना के वक्त बस में लगभग 50 यात्री सवार थे।
ग्रामीणों ने किया रेस्क्यू
हादसा होते ही स्थानीय ग्रामीण सबसे पहले मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य शुरू किया। कुछ यात्रियों को खिड़कियों और पीछे के हिस्से से बाहर निकाला गया। सूचना मिलने पर सिविल लाइन और जैतवारा थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। घायलों को एम्बुलेंस और निजी वाहनों की मदद से जिला अस्पताल सतना भेजा गया, जहां पहले से ही तहसीलदार और कोतवाली पुलिस टीम मौजूद थी।
10 घायल जिला अस्पताल में भर्ती
अस्पताल में घायलों का इलाज जारी है। 10 घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिनमें से 4 को बेहतर इलाज के लिए रीवा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। घायलों में जिन यात्रियों को गंभीर चोटें आई उन्हें तत्काल सतना जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इनमें मुन्नी वर्मा, सुकन्या दहिया, प्रेमलाल दहिया, शालू दहिया, रामसी दोहर, रामकृपाल सिंह, शशि सेन, करुण सेन और चंद्रशेखर कुशवाहा शामिल। इन सभी का डॉक्टरों की निगरानी में इलाज जारी है। मामूली चोटों वाले यात्रियों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
गुरुवार सुबह अज्ञात लोगाें ने लगाई आग
गुरुवार सुबह बस को किसी ने आग लगा दी। बस पूरी तरह जलकर राख हो गई। घटना से पहले क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ने बस की फिटनेस और परमिट रद्द कर दिया था। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि आग किसने लगाई।
ड्राइवर का लाइसेंस और बस का परमिट रद्द
कलेक्टर सतीश कुमार एस ने ड्राइवर का लाइसेंस और बस का परमिट रद्द करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही जिले में संचालित सभी यात्री बसों की तकनीकी जांच और कागजात की पड़ताल की जाएगी। उन्हाेंने बताया कि प्रशासन की प्राथमिकता यात्रियों की सुरक्षा और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकना है।
