
सागर के रहली कस्बे में सोमवार देर रात तेज हवा और आंधी के कारण पीपल का पेड़ एक मकान पर गिर गया। हादसे में मकान को गंभीर क्षति पहुंची जबकि उसमें मौजूद परिवार बाल-बाल बच गया। जिम्मेदारों की अनदेखी से नाराज लोगों ने अगले दिन सड़क पर उतरकर विरोध जताया और चक्काजाम कर दिया।
घटना पांच पीपल बिहारी ढाबा के पास की है, जहां देर रात आए तेज अंधड़ में एक पुराना पीपल का पेड़ पास बने मकान पर गिर पड़ा। पेड़ की चपेट में आने से मकान की छत और दीवारों को काफी नुकसान हुआ। हादसे के वक्त घर में मौजूद लोगों ने जैसे-तैसे बाहर निकलकर जान बचाई।
नपा की अनदेखी से नाराज लोगों ने किया चक्काजाम
मंगलवार सुबह तक भी जब नगरपालिका रहली का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा, तो गुस्साए स्थानीय लोगों ने सड़क पर पेड़ की टहनियों को रखकर चक्काजाम कर दिया। इससे क्षेत्र में यातायात बाधित हो गया। सूचना पर रहली पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और समझाइश देकर जाम खत्म कराया। इसके बाद पेड़ हटाने की कार्रवाई शुरू की गई।
पिछले साल पेड़ क्षतिग्रस्त होने की शिकायत की थी
चक्काजाम कर रहे लोगों ने बताया कि पीपल का पेड़ काफी समय से क्षतिग्रस्त था। हवा-आंधी चलने पर पेड़ की हटनियों के चटकने की आवाज आने लगी थी। 29 अप्रैल 2024 को नगर पालिका रहली पहुंचकर हरिशंकर पटेल ने आवेदन दिया था। आवेदन में पेड़ क्षतिग्रस्त होने और उसकी टहनियों को काटे जाने की मांग की थी। लेकिन जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया। जिस कारण आज पेड़ गिरा और मकान क्षतिग्रस्त हो गया। गनीमत रही कि जनहानि नहीं हो पाई।
महिलाओं ने बताया कि रात करीब 1 बजे हवा-आंधी से पीपल का पेड़ घर पर गिर गया। घटना में जैसे-तैसे परिवार के लोग बाहर निकले। एक बच्चे को खरोंचे आई हैं। घटना के बाद से पूरा परिवार सड़क पर बैठा है। अधिकारियों को सूचना दी तो उनका कहना था कि वह शाम 5 बजे आएंगे।

