
आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) सागर ने बैंक ऑफ बड़ौदा की सिरोंजा शाखा में हुए 82.44 लाख रुपए के किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) लोन घोटाले में बड़ी कार्रवाई की है। शाखा की तत्कालीन प्रबंधक समेत 15 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
जांच में सामने आए यह तथ्य
EOW की जांच में पाया गया कि शाखा की तत्कालीन प्रबंधक अर्चना बाघमारे ने अपने सहयोगी गजेंद्र सिंह और कमलेश अहिरवार के साथ मिलकर KCC ऋण स्वीकृति में बड़ी धोखाधड़ी की। जांच में सामने आया कि कृषि भूमि रकबा, फसलों की जानकारी और पूर्व से बंधक भूमि जैसे महत्वपूर्ण तथ्यों को छिपाकर दस्तावेजों में हेरफेर किया गया।
नियमों की अनदेखी
बैंक मैनेजर ने ऋण जारी करने से पहले न तो उचित निरीक्षण किया और न ही बैंक के अधिकृत पैनल अधिवक्ता से सत्यापन रिपोर्ट प्राप्त की। इसके बजाय अधिवक्ता वीएसजेबी राणा उर्फ वीणू राणा से कूटरचित दस्तावेजों का सत्यापन कराया गया।
इनपर केस दर्ज
अर्चना बाघमारे (तत्कालीन शाखा प्रबंधक) गजेंद्र सिंह और कमलेश अहिरवार (सहयोगी) वीएसजेबी राणा उर्फ वीणू राणा (अधिवक्ता) दौलत सिंह, प्रेमलाल कुर्मी, बल्वेद सिंह, कामता सिंह, राघवेन्द्र सिंह, विजय सिंह, लीलाधर सिंह, पंचम सिंह, रामप्रसाद साहू, हरिबाई और रघुराज घोषी
EOW के अधिकारियों ने बताया
जांच के दौरान यदि अन्य व्यक्तियों की संलिप्तता सामने आती है, तो उनके खिलाफ भी वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। इस घोटाले से बैंक को कुल 82.44 लाख रुपए की आर्थिक क्षति पहुंची है।