
कटनी रेलवे जंक्शन पर रविवार को बजरंग दल कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई। स्टेशन परिसर में बने हनुमान मंदिर की दीवार को लेकर यह विवाद शुरू हुआ। बजरंग दल कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मंदिर की दीवार तोड़ने के लिए जमा हो गए।
बता दें रेलवे ने मंदिर के चारों ओर यह दीवार बनाई थी। कार्यकर्ता लंबे समय से इस दीवार को हटाने की मांग कर रहे थे। जब दीवार नहीं हटी तो वे खुद वहां पहुंच गए और हथौड़े से दीवार तोड़ने लगे। ये देखकर पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की।
इस दौरान पुलिस और बजरंग दल कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। हालात पर काबू में करने के लिए पुलिस ने बजरंगियों पर वाटर केनन से पानी की बौछार की। बजरंग दल का आरोप है कि इसके बाद पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर लाठियां भांजी। इस दौरान 7 कार्यकर्ताओं को चोट लगी।
प्रदर्शन करीब ढाई घंटे तक चला। इस मुद्दे पर सोमवार को डीआरएम से मिलकर कलेक्टर चर्चा करेंगे।
श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना में होती है परेशानी
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कहा कि दीवार होने से श्रद्धालुओं को हनुमान जी की पूजा करने में परेशानी हो रही है। यह धार्मिक भावनाओं का अनादर है। इसीलिए प्रदर्शनकारियों ने खुद दीवार तोड़ने की कोशिश की। लाठीचार्ज के बाद भी स्टेशन परिसर में तनाव बना हुआ है। मौके पर भारी फोर्स तैनात है।
बजरंग दल बोला- दीवार हटाने की मांग की थी
बजरंग दल के जिला मंत्री राहुल दुबे ने आरोप लगाया कि कटनी रेलवे जंक्शन स्टेशन पर पुराने मंदिर का अस्तित्व खत्म करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से दीवार खड़ी कर दी गई है। इसे हटाने के लिए हम करीब 8 सालों से शासन प्रशासन से मांग कर रहे हैं।
आज मजबूर होकर हम लोगों ने दीवार खुद से हटाने की कोशिश की। लेकिन प्रशासन ने हमें रोका और हमारे साथ बलपूर्वक वाटर चार्ज और लाठी चार्ज करके सात कार्यकर्ताओं को घायल किया है।
SDM बोले- लाठी चार्ज का आरोप निराधार
कटनी एसडीएम प्रदीप मिश्रा ने बताया कि लाठी चार्ज करने का आरोप निराधार है। दीवार टूटने से कई कठिनाई हो सकती थी। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर केनन का इस्तेमाल किया गया है। इस दौरान पुलिसवालों को भी चोटें आई हैं।
उन्होंने मंदिर को लेकर कहा कि कोर्ट के निर्देशन पर इस दीवार का निर्माण कराया गया है। हालांकि सोमवार को कलेक्टर और डीआरएम के साथ अधिकारियों की बैठक होगी, जिसमें इस संबंध पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।



