
सागर में कम्प्यूटर साइंस से इंजीनियर की डिग्री लेने की उम्मीद रखने वाले विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है। इंदिरा गांधी इंजीनियरिंग कॉलेज में इसी सत्र से कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग ब्रांच से पढ़ाई शुरू होगी। जिसको स्वीकृति मिल गई है। अब कम्प्यूटर साइंस से डिग्री करने के लिए विद्यार्थियों को सागर से बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
कम्प्यूटर साइंस ब्रांच में इसी सत्र यानी 2025-26 से ही प्रवेश मिलेंगे। ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन नई दिल्ली द्वारा इंदिरा गांधी शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय सागर में सत्र 2025-26 के लिए कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग ब्रांच के पहले वर्ष में प्रवेश के लिए 60 सीटों की स्वीकृति दी गई है।
इसके साथ आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग के लिए विद्यार्थियों को स्वीकृत सीट्स के 10% यानी 6 सीटें अतिरिक्त रहेंगी। जबकि 5% सीट टीएफडब्ल्यू के विद्यार्थियों को मिलेंगी। यानी मेरिट के आधार पर 3 सीटों पर शैक्षणिक शुल्क माफ करते हुए प्रवेश दिया जाएगा। यह मिलाकर कुल 69 सीटों पर प्रवेश मिलेगा।
तीन चरण में होगी काउंसलिंग, दो में JEE से मिलेंगे प्रवेश
प्रवेश की प्रक्रिया एमपी ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से मई माह में ही की जाएगी। जेईई-2025 के आधार पर दो राउंड ऑनलाइन काउंसलिंग से प्रवेश प्रक्रिया की जाएगी। इसके बाद कक्षा 12वीं की मेरिट के आधार पर प्रवेश की प्रक्रिया होगी। सभी ब्रांचों की खाली सीटों के लिए अंतिम राउंड में कॉलेज लेवल काउंसलिंग की जाएगी। यही प्रवेश का तीसरा और अंतिम चरण होगा।
नई ब्रांच के संचालन के लिए मॉडर्न लैब तैयार
प्राचार्य डॉ. अनुराग त्रिवेदी ने बताया कि इस महाविद्यालय में आईटी ब्रांच पहले से संचालित है। विद्यार्थियों द्वारा कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग ब्रांच की मांग लगातार की जा रही थी। इसी के चलते एआईसीटीई से प्रवेश सत्र 2025-26 के लिए ऑनलाइन आवेदन किया गया था। एआईसीटीई द्वारा गठित कमेटी के सत्यापन के बाद इस ब्रांच की स्वीकृति भी जारी कर दी गई है। इस ब्रांच के संचालन के लिए अत्याधुनिक हाई कॉन्फिग्रेशन कम्प्यूटर लैब बनाई है।
10 फीसदी सीटों पर ईडब्ल्यूएस कोटे से प्रवेश
काउंसलिंग अधिकारी गोविंद राय ने बताया महाविद्यालय में संचालित सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और मैकेनिकल इंजीनियरिंग प्रत्येक ब्रांच में 60-60 सीट्स स्वीकृत हैं। सभी ब्रांचों में 10% आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को 6-6 सीटें अतिरिक्त रहेंगी। अब इसी में कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग भी जुड़ जाएगी। इसमें भी सीटों की यही स्थिति रहेगी।
JEE के साथ ही 12वीं मैथ्स के आधार पर भी प्रवेश
सभी ब्रांचों में प्रवेश जेईई-2025 की मेरिट के आधार पर ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से मिलेगा। जिन विद्यार्थियों ने जेईई परीक्षा नहीं दी, वे निर्धारित न्यूनतम योग्यता यानी कक्षा-12वीं की परीक्षा गणित विषय से पास होने पर भी इंजीनियरिंग की प्रवेश प्रक्रिया में शामिल हो पाएंगे। महाविद्यालय में कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग ब्रांच आने से सागर सहित बुंदेलखंड क्षेत्र के विद्यार्थियों को सुविधा मिलेगी।