
शासकीय हाई स्कूल निवारी में कक्षा 10वीं और 12वीं के खराब परीक्षा परिणाम पर स्कूल के टीचर विजय कुमार पचौरी की एक वेतन वृद्धि रोकने की कार्रवाई की गई है। यह निर्णय संभाग आयुक्त डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर लिया गया।
संयुक्त संचालक लोक शिक्षण सागर द्वारा पेश रिपोर्ट में सामने आया कि वर्ष 2023-24 में विद्यालय का परीक्षा परिणाम 30% से कम रहा। रिपोर्ट के मुताबिक, यह स्तर शैक्षणिक गुणवत्ता के लिहाज से बेहद निराशाजनक है और इससे यह भी स्पष्ट होता है कि विद्यालय में शिक्षण कार्य सुनियोजित रूप से संचालित नहीं हो रहा।
व्याख्याता ने दिए ये कारण
विजय कुमार पचौरी ने अपने जवाब में बताया कि कमजोर छात्रों की रेमेडियल कक्षाओं में उपस्थिति कम रही। प्री-बोर्ड परीक्षाएं समय पर नहीं हुईं, जिससे तैयारी प्रभावित हुई। अक्टूबर 2023 तक चुनावी ड्यूटी में व्यस्त रहे- नाम निर्देशन, मास्टर ट्रेनर, प्रशिक्षण प्रभारी, सामग्री वितरण में लगाया गया जिससे समय नहीं मिल पाया।
लोकसभा चुनाव के चलते फरवरी 2024 में ही वार्षिक परीक्षा हो गई, जिससे पढ़ाई का समय कम मिला। अंग्रेजी और गणित में छात्रों का स्तर बेहद कमजोर था। पूरक परीक्षा के बाद परिणाम लगभग 33% तक बढ़ा।
सुधार के लिए बनाई कार्ययोजना
पचौरी ने कहा कि उन्होंने कमजोर छात्रों की उपस्थिति सुधारने, मासिक टेस्ट, शिक्षक वार्डन, मॉडल पेपर अभ्यास जैसे कई प्रयास किए। आगामी परीक्षाओं में सुधार के लिए कार्ययोजना बनाई है। उन्होंने यह भी बताया कि वे 31 मई 2026 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं और पूर्व सेवाओं को देखते हुए दोषमुक्त करने का अनुरोध किया है।
अफसरों ने माना दोष, की कार्रवाई
अधिकारियों ने पचौरी का जवाब सुनने के बाद भी माना कि परीक्षा परिणाम असंतोषजनक है, इसलिए एक वेतन वृद्धि रोकने की सजा दी गई है। फिलहाल, शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार को लेकर विभाग सक्रिय हो गया है और आगामी सत्र के लिए निगरानी बढ़ा दी गई है।