
चाकू से गोदकर 30 वर्षीय कविता गुप्ता की हत्या करने वाले नमन विश्वकर्मा को बरगी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के बाद से वह रायपुर में छिपा था और जंगल में छिपी बाइक लेने आया था। तभी मुखबिर की सूचना पर पुलिस पहुंच गई। नमन आदतन अपराधी है। उसके खिलाफ जबलपुर के लार्डगंज और कोतवाली थाने में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। नमन को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
जबलपुर के बल्देवबाग में रहने वाली कविता गुप्ता अपने बॉयफ्रेंड नमन विश्वकर्मा के साथ 25 मई को बरगी डैम घूमने गई थी। कविता के साथ उसकी तीन साल की बच्ची भी दी। डैम से लेग बरबटी गांव के पास दोनों बैठे हुए थे। शादी को लेकर अचानक ही दोनों के बीच विवाद हुआ, कुछ ही देर में बहस इस कदर बढ़ गई कि नमन ने कविता पर चाकू से हमला कर दिया, एक के बाद एक आरोपी ने छह वार किए और फिर खून से लथपथ हाल में छोड़कर फरार हो गया। घंटों कविता जंगल में खून से सनी पड़ी रही और पास ही खड़ी उसकी 3 साल की मासूम बार-बार मां, मां कहकर बुलाती रही।
ग्रामीणों ने सुनी बच्ची की आवाज, पुलिस बुलाई
कविता गंभीर रूप से घायल हालत में जमीन पर पड़ी थी और सामने बैठी बच्ची रो रही थी। ग्रामीणों ने जब बच्चे के रोने की आवाज सुनी तो पास आकर देखा। वहां का नजारा दिल दहला देने वाला था। तीन साल की बच्ची रो रही थी, पास ही महिला खून से लथपथ पड़ी थी। ग्रामीणों ने तुरंत ही बरगी चौकी प्रभारी सरिता पटेल को फोन पर सूचना दी। 108 के साथ पहुंची चौकी प्रभारी ने महिला को इलाज के लिए मेडिकल काॅलेज भेजा और आरोपी की तलाश में जुट गईं। दो दिन के बाद कविता ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
फरार आरोपी आया था बाइक लेने
घटनास्थल से भागते हुए आरोपी ने पुलिस के डर से अपनी बाइक जंगल में ही छिपा दी। वारदात के बाद से लगातार पुलिस उसे तलाश कर रही थी। शनिवार की शाम को नमन जैसे ही अपनी बाइक लेने बरगी पहुंचा, तभी मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने उसे रमनपुर के जंगल से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि कविता को घायल करने के बाद सबसे पहले उसने अपनी बाइक छिपाई और फिर सिवनी भाग गया। इसके बाद वह जबलपुर गया और फिर ट्रेन में बैठकर रायपुर निकल गया। पांच दिन रायपुर में लाॅज में छिपे रहने के बाद बाइक लेने के लिए शनिवार को जबलपुर पहुंचा था।
शादी करना चाहता था-पर उसने मना कर दिया
नमन विश्वकर्मा ने पुलिस को बताया कि करीब एक साल पहले कविता से दोस्ती हुई थी। पड़ोस में रहने के कारण अक्सर दोनों के बीच बात होती थी। धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में बदल गई, इसके बाद अक्सर दोनों का मिलना भी होने लगा। नमन ने कई बार कविता के सामने शादी का प्रस्ताव रखा, पर उसने यह कहते हुए मना कर दिया कि वह शादीशुदा और एक बच्ची की मां है, इसलिए शादी नहीं कर सकती, नमन ने कई बार कविता को मनाया, पर वह नहीं मानी।
घर में की थी तोड़फोड़
बल्देव बाग निवासी नमन विश्वकर्मा का आपराधिक रिकॉर्ड है। कोतवाली और लार्डगंज थाने में उसके खिलाफ मारपीट, अवैध वसूली सहित कई संगीन अपराध दर्ज थे। करीब 6 माह पहले कविता एक पारिवारिक कार्यक्रम में गई थी। उस दौरान नमन ने उसे कई बार कॉल किया, जब उसने फोन नहीं उठाया तो नमन, उसके घर पहुंचा, जहां कविता के पति पुनीत गुप्ता से विवाद हुआ, गुस्से में नमन ने घर में जमकर तोड़फोड़ की और फिर धमकी देते हुए वहां से चला गया।
नर्मदा दर्शन का बहाना बनाकर आया था आरोपी
आरोपी नमन विश्वकर्मा कविता से रोज फोन पर बात करता था, पर धीरे-धीरे कविता ने उससे बात करना कम कर दिया। घटना से पहले भी कविता ने नमन से यह कहते हुए बात बंद कर दी थी कि अब वह अपने परिवार के साथ रहना चाहती है, बच्ची बड़ी हो रही है। कविता की बात सुनकर नमन ने 25 मई की दोपहर कॉल करते हुए कहा कि आज लास्ट टाइम समय दे दो, हम लोग नर्मदा जी के दर्शन करने के लिए गौरी घाट चलते हैं। कविता नमन की बातों में आ गई। दोनों बाइक से गौरी घाट पहुंचे, जहां नमन ने मृतिका से कहा कि यहां पर बहुत भीड़ है, बरगी डैम चलते हैं, इसके बाद दोनों गौर होते हुए बांध पहुंचे।
हत्या का प्लान पहले से ही था
आरोपी नमन ने पुलिस को बताया कि वह कविता से शादी करना चाहता था, पर वह इसके लिए तैयार नहीं थी। कुछ दिनों पहले जब उसे काॅल किया तो उसने बात करने से मना कर दिया। बार-बार वह सिर्फ पति और बच्ची के विषय में बात करती थी, जो कि नमन को नागवार गुजर रहा था। आरोपी ने प्लान बनाया कि अगर कविता मेरी नहीं तो किसी की नहीं होगी।
प्लान के तहत नमन ने दोपहर को काॅल किया, एक बैग में अपने कपड़े रखे और उसी में चाकू भी छिपा दिया। आरोपी ने बताया कि वह कविता को अपने साथ लेकर शहर से दूर भागना चाहता था, पर वह 3 साल की बच्ची को लेकर मिलने आई तो इसके लिए भी तैयार हो गया, लेकिन कविता शादी करने के लिए तैयार नहीं थी, यही वजह थी कि नमन ने कविता की हत्या का प्लान बनाया और फिर उसे अंजाम दिया।
जीवन में अब कोई मकसद नहीं
आरोपी का कहना था कि अब उसके जीवन में कोई मकसद नहीं है। वह बाइक लेकर फिर से रायपुर भागना चाहता था, पर उससे पहले ही पुलिस गिरफ्त में आ गया।
बरगी नगर चौकी प्रभारी सरिता पटेल ने बताया कि-
आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस टीम उसके घर के आसपास तैनात थी, उसकी मोबाइल लोकेशन भी ट्रेस की जा रही थी, पर उसका फोन बंद था। शनिवार को जब मुखबिर से पता चला कि रमनपुर के जंगल में उसने बाइक छिपा रखी है, जिसे लेने के लिए वह आया है, उसी दौरान गिरफ्तार कर लिया।
पति बोला-डर लगता था उससे
कविता के पति पुनीत गुप्ता सिविक सेंटर में स्थित चौपाटी में पावभाजी का ठेला लगाते हैं। उन्होंने बताया कि दोपहर को वह ठेला लेकर निकल जाते थे, इससे पहले समान तैयार करता था, इस वजह से ज्यादा समय परिवार वालों को नहीं दे पा रहा था। पुनीत ने बताया कि कभी ऐसा लगा ही नहीं कि कविता की किसी से दोस्ती है। कुछ दिन पहले पड़ोस में रहने वाले नमन ने घर में आकर जरूर यह कहते हुए तोड़फोड़ की थी कि कविता कहां गई है, पर उस समय वह शराब के नशे में था। पुनीत ने बताया कि नमन क्षेत्र का शातिर बदमाश है, इस वजह से उससे डर भी लगता था, पर कभी सोचा नहीं था कि वह मेरी पत्नी की हत्या कर सकता है।

मृतका कविता गुप्ता