
पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघिन पी-151 ने मंगलवार को अपने दो शावकों के साथ पर्यटकों को दर्शन दिए। जुड़ी नाला के पास दिखी बाघिन..
गर्मी के मौसम में बाघों का आवागमन केन नदी और जल स्रोतों के आसपास अधिक रहता है। पन्ना टाइगर रिजर्व में वर्तमान में 90 से अधिक बाघ हैं। इनमें बाघिन पी-141, पी-151 और बाघ-652 कोर क्षेत्र में अक्सर पर्यटकों को दिखाई देते हैं।
रिजर्व के बफर क्षेत्र अकोला में भी 10 से 15 बाघों ने अपना क्षेत्र बना लिया है। यह उल्लेखनीय है कि 2008-09 में रिजर्व में एक भी बाघ नहीं था। बाघ पुनर्स्थापना कार्यक्रम की सफलता से आज यहां बाघों की संख्या 90 से अधिक हो गई है। अब यह रिजर्व देश-विदेश के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है।