
करीब 20 दिन पहले डुमना एयरपोर्ट से सटे आर्मी एरिया में एक संदिग्ध युवक को घूमते हुए जबलपुर पुलिस ने पकड़ा था। पूछताछ में खुलासा हुआ कि युवक बांग्लादेश का रहने वाला है और घूमते-घूमते मध्यप्रदेश तक पहुंच गया था।
27 मई से अब तक युवक खमरिया पुलिस की कस्टडी में था। अब, चूंकि उसकी गतिविधियां संदिग्ध नहीं पाई गईं, इसलिए जल्द ही मध्यप्रदेश पुलिस उसे उसके देश भेजने की प्रक्रिया पूरी करेगी।
बांग्लादेश निवासी 25 वर्षीय युवक रहमत अली के संबंध में पुलिस ने सीमा सुरक्षा बल (BSF) और विदेश मंत्रालय से जानकारी मांगी थी। संबंधित विभागों की रिपोर्ट मिलने के बाद युवक को डिपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
आगामी 22 जून को उसे पश्चिम बंगाल के हावड़ा में सुरक्षा बल के सुपुर्द किया जाएगा, जहां उससे और जानकारी जुटाई जाएगी। इसके बाद संबंधित विभाग बांग्लादेश डिपोर्ट की कार्रवाई करेंगे।
27 मई की शाम को डुमना एयरपोर्ट के पास स्थित सैन्य क्षेत्र में युवक को संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए देखा गया था। सेना ने खमरिया पुलिस को इसकी जानकारी दी। युवक अजीब भाषा में बात कर रहा था। उसकी गतिविधियां संदिग्ध लगने पर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया था।
पूछताछ में उसने बांग्लादेश के बागुड़ा जिले के रामचंद्रपुर गांव का निवासी होने की जानकारी दी। उसने अपने पिता का नाम मोहम्मद और मां का नाम मेमरा बताया। युवक ने बताया कि वह अपने 9 मित्रों के साथ भोजन की तलाश में भारत आया था, लेकिन रास्ता भटक कर जबलपुर पहुंच गया। बातचीत के दौरान उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं लग रही थी और वह असंगत बातें कर रहा था।
कई दिनों की पूछताछ के बावजूद उससे कोई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त नहीं हो सकी। पुलिस ने गृह मंत्रालय को इस मामले की जानकारी दी और अन्य राज्यों की पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों से संपर्क किया। युवक को डिपोर्ट करने पर विचार किया गया और अब उसे सीमा सुरक्षा बल को सौंपा जाएगा।
