
सागर के परासई खुर्द गांव में समूह के नाम पर महिलाओं के साथ धोखाधड़ी की गई। उनके दस्तावेज जमा कराकर फाइनेंस कंपनी से पैसे निकाले गए। लेकिन किस्तें जमा नहीं की। बैंक वाले घर पहुंचे तो महिलाओं को धोखाधड़ी की जानकारी मिली। महिलाओं ने एसपी कार्यालय पहुंचकर मामले की शिकायत की है। शिकायत पर पुलिस ने मामला जांच में लिया है।
देवकी पति रामनरेश केवट निवासी परासई खुर्द ने शिकायत में बताया कि गढ़ाकोटा में रहने वाली प्रियंका पटेल महिलाओं को समूह लोन दिलाने का काम करती हैं। उनसे पहचान आशारानी गौंड़ और राजेश पटेरिया ने कराई। उन्होंने गांव की महिलाओं को जोड़कर समूह दिलाने की बात कही। जनवरी 2024 में आशारानी के घर आकर समूह लोन दिलाने का बोला। उन्होंने कहा कि आप लोग गांव की अन्य महिलाओं का समूह बना लो, सबको लोन दिलवा देंगे। जिसके बाद 47 महिलाओं ने समूह बनाया।
जमा नहीं की किस्त
महिलाएं तैयार हुईं तो फाइनेंस कंपनी में दस्तावेज जमा कराए। महिलाओं के नाम पर समूह लोन स्वीकृत कराया। सभी महिलाओं से अंगूठा और फिंगर लगवा लिए। जिसके बाद उन्होंने कहा कि अब घर जाओ, तुम्हारे पैसे मिल जाएंगे। लोन निकलने पर प्रियंका पटेल और उनके साथ वालों ने 34-34 हजार रुपए हर महिला के अपने पास रख लिए और 6-6 हजार रुपए दे दिए। उन्होंने कहा कि परेशान मत हो, सभी की किस्त हम लोग जमा करेंगे। लेकिन उन्होंने किस्त जमा नहीं की।
समूह के नाम पर लोन निकालकर धोखाधड़ी की गई
बैंक वाले घर किस्त लेने आए तो मामला सामने आया। प्रियंका मेडम से संपर्क किया और उन्हें किस्त भरने का बोला। लेकिन उन्होंने जमा नहीं की। रामनरेश केवट ने कहा कि समूह के नाम पर लोन निकालकर धोखाधड़ी की गई है। उक्त महिला किस्त जमा नहीं कर रही है। बैंक वालों के मैसेज हम लोगों के पास आ रहे हैं।
47 महिलाएं हुईं धोखाधड़ी की शिकार
मामले में माया ठाकुर, साधना केवट, देवकी केवट, आरती गौंड, नेहा दांगी, ज्योति आदिवासी, मायारानी अहिरवार, संगीता अहिरवार सभी निवासी परासई खुर्द समेत 47 महिलाएं धोखाधड़ी की शिकार हुई हैं। इसके अलावा अन्य महिलाएं भी हैं। महिलाओं ने मामले की जांच कर प्रियंका समेत अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।