
जबलपुर से करीब 40 किलोमीटर दूर बघराजी गांव में सोमवार सुबह 5 बजे उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक ग्रामीण के घर के आंगन में लगभग 6 फीट लंबा मगरमच्छ घुस आया। खेत जाने के लिए जैसे ही ग्रामीण घर से बाहर निकला, उसका सामना मगरमच्छ से हुआ। आंगन में इतने बड़े मगर को देखकर उसके होश उड़ गए। शोर मचाने पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गए और तत्काल वन विभाग को इसकी सूचना दी गई।
पहले भी दी थी सूचना, वन विभाग ने नहीं सुनी
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि पास ही टिकरिया गांव से करीब आधा किलोमीटर दूर मोघा नाला बहता है, जहां अक्सर मगरमच्छ देखे जाते हैं। बारिश के मौसम में पानी का बहाव तेज होने के कारण ये मगरमच्छ गांव तक आ जाते हैं और मवेशियों का शिकार भी कर लेते हैं। ग्रामीणों ने पहले भी कई बार वन विभाग को इस खतरे से अवगत कराया, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया।
ग्रामीणों ने घेर रखा है मगर, वन विभाग नहीं पहुंचा
सोमवार सुबह करीब 7 बजे वन विभाग को मगरमच्छ के गांव में होने की सूचना दी गई, लेकिन दोपहर तक विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची थी। टिकरिया गांव के निवासी राजकुमार ने बताया कि सुबह खेत के लिए निकलते समय उन्होंने सबसे पहले आंगन में मगरमच्छ को बैठे हुए देखा। उन्होंने तुरंत आस-पड़ोस के लोगों को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद ग्रामीणों ने मिलकर मगरमच्छ को घेर लिया।
नाले के पास फेंसिंग कराई जाने की फेंसिंग
ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि मोघा नाला के किनारे फेंसिंग कराई जाए, ताकि बारिश के समय मगरमच्छ गांव में न घुस सकें। लोगों का कहना है कि लगातार खतरे के बावजूद विभाग की ओर से कोई स्थायी कदम नहीं उठाया गया है।इस मामले की जानकारी मिलते ही जबलपुर डीएफओ ऋषि मिश्रा ने कुंडम रेंज के रेंजर को मौके पर जाकर मगरमच्छ का रेस्क्यू करने के निर्देश दिए हैं। वन विभाग का कहना है कि टीम जल्द मौके पर पहुंचकर मगरमच्छ को पकड़कर वापस नदी में छोड़ेगी।