
जबलपुर में एक युवती पर उसकी ही सहेली ने एसिड अटैक कर दिया। वारदात गौरीघाट थाना क्षेत्र की अवधपुरी कॉलोनी में रविवार रात करीब साढ़े 10 बजे की है। 22 वर्षीय इशिता साहू अपनी सहेली श्रद्धा दास (21) के घर पहुंची। उसे बाहर बुलाया। जैसे ही श्रद्धा बाहर निकली, इशिता ने उस पर एसिड फेंक दिया।
श्रद्धा करीब 50% तक झुलस गई है। उसे इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, उसकी हालत स्थिर है।
श्रद्धा के परिवार का आरोप है कि इशिता की मां भी इस वारदात में शामिल है। पुलिस ने इशिता को गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। उसके घर पर ताला लटका है। मां-पिता फरार हैं।
चीख सुनकर बाहर आई मां
रविवार रात इशिता, श्रद्धा के घर पहुंची और गेट पर आवाज लगाई। श्रद्धा ने अंदर से ही कहा, ‘मेरा कल एग्जाम है, मैं नहीं आ सकती।’ इस पर इशिता ने कहा, ‘तुम्हारे लिए सरप्राइज है। दो मिनट के लिए बाहर आ जाओ।’
बाहर आकर दोनों में थोड़ी बातचीत हुई। जैसे ही श्रद्धा वापस घर के अंदर आने लगी, तभी इशिता ने उस पर एसिड फेंक दिया।
श्रद्धा की चीखने की आवाज आई तो उसकी मां दौड़कर बाहर आईं। देखा तो श्रद्धा के कपड़े जल चुके थे। श्रद्धा ने बताया कि शरीर में जलन हो रही है। मां उसे तुरंत बाथरूम में ले गई। उस पर पानी डाला।
एक साल से बातचीत बंद थी श्रद्धा के पिता पेरुलाल दास रेलवे कर्मचारी हैं। मां ज्योत्सना दास ने बताया, ‘हम 2013-14 में इस कॉलोनी में आए थे। तब बच्चे बहुत छोटे थे। पिछले एक साल से श्रद्धा का इशिता के साथ उठना-बैठना बंद हो गया था।’
मां ने कहा- इशिता, श्रद्धा से जलन रखती थी। इशिता के माता-पिता कुछ काम भी नहीं करते हैं। श्रद्धा के पास सब कुछ था, लेकिन इशिता के पास कुछ नहीं था। जो-जो चीजें श्रद्धा के पास थीं, इशिता भी वही चाहती थी।”
उन्होंने बताया कि श्रद्धा की इशिता साहू से दो महीने से बात नहीं हो रही थी। श्रद्धा ने उसका फोन नंबर भी ब्लॉक कर दिया था। इशिता की मां ने श्रद्धा को फोन कर उससे बात करने को कहा। इस पर श्रद्धा ने जवाब दिया था, ‘मैं तीन-तीन काम करती हूं। जब समय मिलेगा, तब बात कर लूंगी।’
