
सागर जिले में मानसून की शुरुआत के 20 दिन बाद भी बीना तहसील में कम बारिश हुई है। जिले की सभी तहसीलों में बीना में सबसे कम वर्षा दर्ज की गई है। 1 जून से 7 जुलाई तक बीना में केवल 228.4 मिमी(9 इंच) वर्षा हुई है। पिछले वर्ष इसी अवधि में 322.8 मिमी(12.9 इंच) बारिश रिकॉर्ड की गई थी।
कम बारिश का प्रभाव स्पष्ट दिखाई दे रहा है। मोतीचूर नदी और अन्य जल स्रोत में पानी कम है। अमृत सरोवर योजना के तहत निर्मित तालाब भी खाली पड़े हैं। हल्की बारिश से खेतों की मिट्टी भीग रही है, लेकिन जल संग्रहण नहीं हो पा रहा है।
कृषि विभाग के एसएडीओ अवधेश राय ने बताया है कि क्षेत्र के 70 प्रतिशत किसानों ने सोयाबीन की बुआई की थी। इनमें से 40 प्रतिशत किसानों की फसलें मौसम से प्रभावित हुई हैं। रुक-रुक कर हो रही वर्षा और बादल छाए रहने से फसलों को आवश्यक धूप नहीं मिल पा रही है। इससे बीज सड़ने की स्थिति बन गई है।
विभाग ने प्रभावित किसानों को 15 से 20 जुलाई तक उड़द या मक्का की बुआई का सुझाव दिया है। लगातार हो रही हल्की बारिश से सड़कें और गलियां कीचड़मय हो गई हैं। कई इलाकों में गंदगी और दुर्गंध से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय निवासी और किसान अब सावन के महीने में अच्छी बारिश की आस लगाए हैं। उन्हें उम्मीद है कि बारिश से जल स्रोत भरेंगे और फसलों को राहत मिलेगी।