
भोपाल पुलिस द्वारा कुख्यात गैंगस्टर जुबेर मौलाना का सिर और दाढ़ी-मूंछ मुंडवाकर जुलूस निकालने के मामले में जबलपुर हाईकोर्ट ने मध्यप्रदेश मानव आयोग को कार्यवाही करने को कहा है। जुबेर की पत्नी शमीम बानो ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर कहा था कि इस्लाम में दी गई व्यवस्था के खिलाफ पुलिस ने यह कदम उठाया।
जुबेर और उसके तीन गुर्गों को दो माह पहले पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसके पास से एक देसी पिस्टल, चार जिंदा कारतूस और तीन छुरी जब्त की गई थीं। जुबेर और उसके साथियों ने शहर के मंगलवारा और टीला जमालपुरा क्षेत्र में वाहनों में तोड़-फोड़ करने के साथ ही फायरिंग की थी। हालांकि पुलिस का दावा था कि जुबेर ने अपनी पहचान छिपाने के लिए स्वयं ही दाढ़ी, मूंछ और सिर मुंडवा लिए थे।
याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता प्रशांत चौरसिया ने कोर्ट को बताया कि वारंट तामीली के मामले में भोपाल पुलिस ने जुबेर को गिरफ्तार किया था। फिर शहर की सड़कों पर आम जनता के सामने उसका जुलूस निकाला गया। इससे पहले उसकी दाढ़ी, मूंछ और सिर मुंडवाया गया। याचिकाकर्ता ने हाईकोर्ट को बताया कि भोपाल कमिश्नर और मानव अधिकार आयोग को शिकायत पत्र देकर दोषी पुलिस कर्मचारियों की जांच कर कार्यवाही करने की मांग की गई थी।
याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने बताया कि यह मामला आर्टिकल 21, 22, 25 और ह्यमन राइट्स के उल्लंघन का है। कोर्ट को बताया गया कि किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार करने के बाद उसका जुलूस नहीं निकाला जा सकता है। पुलिस को संबंधित कोर्ट में पेश करने का अधिकार है, इसके बाद उसे ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा जाएगा।
गैंगस्टर जुबेर ने पुरानी रंजिश के चलते भोपाल में बदमाश साद खान पर फायरिंग की थी। आरोपियों के गोली चलाते हुए सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए थे। जुबेर मौलाना के खिलाफ गैरतगंज के अलावा भोपाल में कई अपराध दर्ज हैं। उस पर तीस हजार रुपए का इनाम भी घोषित था।
