
रीवा नगर निगम ने सौ साल पुराने जर्जर मकान को गिरा दिया है। यह वही मकान था जो चार दिन पहले हुई बारिश में गिरते-गिरते बचा था। बताया गया कि मकान लगभग 100 साल पुराना था। 18 जुलाई को हुई तेज बारिश के बाद शहर के वार्ड क्रमांक 36 में मौजूद यह पुराना भवन गिरते गिरते बचा था। जिस वक्त मकान की सीढ़ी और बाकी हिस्सा टूटकर गिरने लगा था। कुछ घंटों की बारिश में ही मकान की सीढ़ी धराशाई हो गई थी।
जिसके बाद एसडीएम,तहसीलदार और बाकी प्रशासनिक अमले ने मौके पर पहुंचकर घर के भीतर फंसे 10 सदस्यों को घर से बाहर निकाला था। जिन्हें राहत शिविर में रखा गया था। स्थानीय लोगों ने बताया था कि जिस तरह से मकान जर्जर था। गनीमत रही थी कि पूरा मकान भरभरा कर नहीं गिर गया।
हादसे के बाद नगर निगम प्रशासन जागते हुए दिखाई दिया। वहीं घटना के 5 दिन बाद आज सुबह से ही नगर निगम व पुलिस प्रशासन की टीम वार्ड नंबर 36 पहुंची और जर्जर भवन को गिराने का कार्य किया गया। आयुक्त सौरभ सोनवड़े ने बताया कि नगर निगम द्वारा कई जर्जर भवनों को चिन्हित किया गया है। इसी सिलसिले में जर्जर भवनों को गिराया जा रहा है। आगामी समय में और भी भवनों को गिराया जाएगा। पहले भी हमने लोगों के जान माल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस तरह के कदम उठाए हैं। जिसके लिए शासन स्तर से भी आदेश हैं।
