
जबलपुर की 16 वर्षीय किशोरी मोबाइल गेम की आड़ में मानव तस्करी का शिकार होते-होते बच गई। मामला तब सामने आया जब किशोरी ऑनलाइन फ्री फायर गेम खेलते हुए पूजा नाम की लड़की से दोस्ती कर बैठी, जो उत्तर प्रदेश का तनवीर निकला। दोस्ती के जाल में फंसाकर आरोपी उसे मुंबई ले गया और वहां से दुबई भेजने की साजिश रच रहा था। तभी युवती मुंबई जीआरपी के पास पहुंच गई और सारी बात बताई। वहां से मिली सूचना पर जबलपुर पुलिस उसे वापस ले आई।
20 जुलाई को किशोरी अपने घर से अचानक लापता हो गई थी। परिजनों की शिकायत पर गोहलपुर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की और तलाश शुरू की। 21 जुलाई को किशोरी के पिता के पास मुंबई से कॉल आया। सामने उनकी बेटी थी, जिसने बताया कि वह जीआरपी पुलिस के पास है और उसके साथ धोखा हुआ है। पूजा के नाम से जिसने उससे ऑनलाइन बातचीत की, वो असल में उत्तर प्रदेश का तनवीर आलम है। मुंबई पहुंचकर तनवीर ने कुछ लोगों को कॉल कर कहा, “सामान आ गया है, स्टेशन से उठा लो”, जिससे किशोरी को संदेह हुआ।
एक माह पहले हुई थी पूजा से दोस्ती
किशोरी की एक माह पहले मोबाइल गेम के जरिये पूजा से दोस्ती हुई थी। दोनों साथ में ऑनलाइन ग्रुप गेम खेलते थे। दोस्ती परवान चढ़ी तो पूजा ने सहेली को मिलने के लिए जबलपुर बुला लिया। उससे मिलने स्टेशन पहुंची किशोरी को पहली बार पता चला कि उसके साथ गेम खेलने वाला तनवीर है।
किशोरी के परिजन एसपी से मिले, कार्रवाई की मांग की
घर लौटी किशोरी ने सारी घटना बताई। फिर किशोरी के चाचा अधिवक्ता प्रकाश कोष्टा सहित परिजन जबलपुर एसपी के पास पहुंचे और मानव तस्करी गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने बताया कि गेम की आड़ में मानव तस्करी की जा रही है। ये लव जिहाद का नया मामला है। जिसमें दोस्त बनकर अपहरण किया जा रहा है।
आरोपी को चकमा देकर जीआरपी के पास पहुंची
तनवीर की बातों में आकर किशोरी उसके साथ मुंबई चली गई। मुंबई स्टेशन पर तनवीर किसी से बात कर रहा था। जिससे उसे शक हुआ और वह उसे चकमा देकर जीआरपी के पास पहुंच गई। मुंबई जीआरपी को पूरी घटना बताई, तो जीआरपी ने जबलपुर पुलिस को सूचना दी। जबलपुर पुलिस मुंबई पहुंची और किशोरी को अपने साथ लेकर लौटी। फिर परिजनों को सौंप दिया।
तनवीर के मोबाइल में 70 से अधिक लड़कियों के फोटो
किशोरी ने पुलिस को बताया कि तनवीर के मोबाइल में 70 से 80 लड़कियों की फोटो और बहुत सारे नंबर थे, जिन पर वह लगातार बात कर रहा था। मुंबई रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद तनवीर कुछ लोगों को फोन लगाकर ‘सामान आ गया है रेलवे स्टेशन से उठा लो’ कह रहा था। मामला समझ में आते ही मैं दौड़कर रेलवे पुलिस के पास पहुंच गई। पीछे-पीछे तनवीर भी आ गया और बहन बताते हुए साथ में चलने को कहने लगा। पुलिस ने उससे पूछताछ की, तो वह भाग खड़ा हुआ।
जबलपुर एसपी संपत उपाध्याय ने बताया कि
फ्री-फायर गेम के बहाने दोस्ती और अपहरण के इस मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। जल्द ही जबलपुर पुलिस की एक टीम आरोपी को पकड़ने के लिए मुंबई रवाना होगी। परिजनों ने शिकायत में बताया गया है कि कोई गिरोह है, जो फ्री फायर गेम के जरिए किशोरियों से दोस्ती करता है और उन्हें बहलाकर मुंबई ले जाकर बेच देता है।
