
बिहार से मध्य प्रदेश तक फैले एटीएम फ्रॉड गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। नर्मदापुरम पुलिस ने एक युवक से की गई धोखाधड़ी के मामले में महज चार घंटों के भीतर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरोह एटीएम मशीन में कार्ड फंसाने और फर्जी हेल्पलाइन नंबर के जरिए लोगों को ठगने का खेल खेल रहा था। जांच में सामने आया कि इसी गिरोह ने रीवा में भी 7 जुलाई को पुलिस पेट्रोल पंप के पास स्थित एटीएम से 30 हजार रुपये की धोखाधड़ी की थी।
बिहार के गया जिले के रहने वाले इन आरोपियों ने छत्तीसगढ़ के रायपुर में भी वारदात को अंजाम दिया। गिरोह का मुख्य तरीका था – एटीएम में ग्लू लगाकर कार्ड फंसाना, फर्जी हेल्पलाइन नंबर चिपकाना और फिर पीड़ित के कार्ड से दूसरी जगह पैसे निकाल लेना। पिपरिया पुलिस ने आरोपियों से एक ऑल्टो कार और कई एटीएम कार्ड बरामद किए हैं। पुलिस अब इस गिरोह की अन्य वारदातों की जानकारी जुटाने में जुटी है।
गिरोह द्वारा एटीएम फ्रॉड कर की वारदातें एक एक करके खुल रही है। आरोपियों ने छत्तीसगढ़ के रायपुर में भी वारदात करना स्वीकार किया है। थाना प्रभारी त्रिपाठी ने बताया गिरोह में चारों आरोपी अविनाश सिंह पिता उदय सिंह (38) निवासी सराय जिला गया, सूरज कुमार पिता विनय सिंह (26) निवासी जिला बिहार, धर्मेंद्र कुमार पिता अरविंद सिंह (21) निवासी सराय जिला गया, राजेश कुमार पिता उमाशंकर निवासी जिला गया बिहार से ओर भी पूछताछ करनी है। इसलिए आज कोर्ट पेश कर एक दिन की पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। ताकि स्पष्ट होगा कि उन्होंने वारदातें कहा कहा की है।
युवक को बनाया शिकार, 4घंटे में पकड़ाएं आरोपी
पिपरिया में गुरुवार को गिरोह के सदस्यों ने पिपरिया में एक संदीप चौरसिया से एटीएम में फ्राड किया था। उसका मशीन में एटीएम फैंस गया था। फिर आरोपियों ने एटीएम निकालकर भाग गए थे। शोभापुर में आरोपियों ने एटीएम से 25हजार रुपए निकाले और सोहागपुर में शॉपिंग की थी। मंगलवारा थाना पिपरिया थाना प्रभारी गिरीश त्रिपाठी और उनकी टीम ने एटीएम और आसपास के सीसीटीवी कैमरों की मदद से दोपहर 1 बजे आरोपियों को नर्मदापुरम से पकड़ा। उनके पास से वारदात में प्रयुक्त एक ऑल्टो कार, कुछ एटीएम भी बरामद की किए।