
जबलपुर के विक्टोरिया जिला अस्पताल में मरीजों को कई अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ रहा है। अव्वल तो अस्पताल में बेड की कमी है। मरीजों को जमीन पर लिटाया जा रहा है। बिस्तर पर बिछाने के लिए गंदी चादरें दी जा रही हैं। इतना ही नहीं, इलाज की अनुपलब्धता और डॉक्टरों की लापरवाही से मरीज परेशान हैं। मरीजों को कई दिन डॉक्टरों का इंतजार करना पड़ रहा है।
इस अस्पताल में भर्ती मरीज अजीत ने बताया कि उनके पैर में घाव है। इस कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है, पर बेड न मिलने के कारण उन्हें जमीन पर लिटाया गया है। अजीत का आरोप है कि उन्हें बिस्तर पर बिछाने के लिए दी गईं चादरें भी काफी गंदी हैं। पिछले तीन दिन से कोई भी डॉक्टर उन्हें देखने नहीं आया है। इस कारण उनका व्यवस्थित इलाज नहीं हो पा रहा है। मजबूरी में उन्होंने स्वयं ही अपने घाव पर पट्टी बांधी है। उनका पैर सूजा हुआ है और उन्हें कोई मलहम या पट्टी भी नहीं दी जा रही है।
किसी को परेशानी है तो मुझसे मिले
मामले पर सिविल सर्जन डॉ. नवीन कोठारी ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि यह सरकारी अस्पताल है और वे किसी भी मरीज को भर्ती करने से मना नहीं कर सकते। उनके अनुसार, मरीजों की जांच के लिए सिस्टर, इंटर्न डॉक्टर और डीआरपी डॉक्टर मौजूद रहते हैं।
डॉ. कोठारी ने आश्वासन दिया है कि अगर कोई मरीज सात दिनों से भर्ती है और उसे स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल रहा है, तो वह उनसे व्यक्तिगत रूप से मिल सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी मरीज का इलाज विक्टोरिया अस्पताल में संभव नहीं है, तो उसे शीघ्र ही मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाएगा।