
पन्ना जिले की ग्राम पंचायत बम्होरी में पिछले तीन दिनों से उल्टी-दस्त का प्रकोप फैला हुआ है। स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि पिछले दो दिनों में 5 लोगों की मौत हो चुकी है।
सरपंच पति चंदू आदिवासी ने बताया कि अब तक करीब 25 से 30 लोग बीमार पड़ चुके हैं। जिनमें 5 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में सेवक (32), राधाबाई (30), कंछेदी (45), मंसो (16) और मुन्नीबाई (60) की मौत हो चुकी है। जानकारी देने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम गुरुवार शाम तक नहीं पहुंची। शुक्रवार सुबह स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मेडिकल कैंप लगाकर मरीजों का उपचार शुरू किया।
आदिवासी मोहल्ले में हर घर प्रभावित
करीब 2 हजार आबादी वाले इस गांव में 600 घर और 1400 वोटर्स हैं। यहां अधिकांश आदिवासी और कुशवाहा समाज के लोग रहते हैं। सरपंच चंदू आदिवासी का छह वर्षीय बेटा भी उल्टी-दस्त से पीड़ित है जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि आदिवासी मोहल्ले में ऐसा कोई घर नहीं बचा, जहां कोई बीमार न हो। गांव में सभी लोग कुएं का पानी ही उपयोग कर रहे हैं। अचानक बीमारी फैलने से पूरा गांव दहशत में है। वहीं लो वोल्टेज की वजह से पंखे नहीं चलते, जिससे मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है।
बीएमओ बोले- दस्त से दो मौत, तीन अन्य बीमारी
पवई बीएमओ डॉ. प्रशांत भदौरिया ने बताया कि गांव में कुल पांच मौतें हुई हैं, जिनमें से दो मौतें उल्टी-दस्त से और बाकी तीन अन्य बीमारियों से हुई हैं। अब तक 16 मरीजों की पहचान हुई है।
इनमें से दो को पवई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, छह को हटा और चार को पटेरा जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। बाकी को हरदुआ अस्पताल में इलाज मिल रहा है। गांव के जलस्रोतों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं और टीम शुक्रवार सुबह से गांव में स्वास्थ्य परीक्षण कर रही है
पन्ना कलेक्टर के निर्देश पर स्वास्थ्य टीम गांव में सक्रिय
पन्ना कलेक्टर सुरेश कुमार के निर्देश पर सीएमएचओ डॉ. राजेश तिवारी की टीम गांव में तैनात है। टीम ग्रामीणों को साफ-सफाई, पेयजल और खानपान संबंधी जरूरी जानकारी दे रही है। मेडिकल ऑफिसर के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम अगले आदेश तक गांव में रहेगी। सीएमएचओ के अनुसार वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है और कोई नया मरीज सामने नहीं आया है।