
बुंदेलखंड के प्रसिद्ध कथावाचक विपिन बिहारी महाराज ने लव जिहाद की घटनाओं पर बड़ा बयान दिया है। दमोह के धगट चौराहा क्षेत्र में चल रहे श्री गणेश महायज्ञ में मंगलवार को उन्होंने लव जिहाद में शामिल लोगों को ‘राक्षस’ बताया।
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, “मेरे हिसाब से तो ऐसे राक्षसों को वो दंड देना चाहिए कि दूसरे राक्षसों की रूह कांप जाए।”
बच्चे दो-दो, चार-चार घंटे फोन पर बात कर रहे होते हैं
विपिन बिहारी महाराज ने लव जिहाद के लिए माता-पिता को भी जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, “यह माता-पिता की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। जब हमारे बच्चे दो-दो, चार-चार घंटे फोन पर बात कर रहे होते हैं, तो क्या उस वक्त माता-पिता ने अफीम खा रखी होती है?” उन्होंने माता-पिता से अपने बच्चों पर अंकुश लगाने और उन पर कड़ी निगरानी रखने की अपील की, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
सभी सनातनी संत एक-दूसरे का हाथ पकड़कर आगे बढ़ें
संतों के आपसी विवादों पर उन्होंने कहा कि यह गलत है। उन्होंने सभी सनातनी संतों से एक-दूसरे का हाथ पकड़कर आगे बढ़ने का आग्रह किया, ताकि सनातन धर्म का झंडा और ऊंचा हो सके।
सिलेबस में रामायण, महाभारत और गीता शामिल करें
बच्चों को संस्कारिक शिक्षा देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा है कि जिस शिक्षा में संस्कार न हों, उसे छोड़ देना चाहिए। उन्होंने सरकार से पहली से पांचवीं तक के बच्चों को रामायण, पांचवीं से दसवीं तक के बच्चों को महाभारत और उसके बाद गीता को पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग की। उनका मानना है कि ऐसा करने से समाज में आ रही विकृतियां अपने आप खत्म हो जाएंगी।
