
जबलपुर में लगातार बारिश के चलते नर्मदा नदी पर बने बरगी बांध का जलस्तर खतरे के निशान के पार चला गया है। जिससे ग्वारीघाट पर पानी घाटों के ऊपर आ गया है। वहीं बांध के 15 गेट भी खोल दिए गए हैं। जिसे देखते हुए प्रशासन ने घाटों पर दुकान लगाने वालों से तुरंत दुकान खाली करने को कहा है। इसके बाद दुकानदार अपनी दुकानें खाली कर रहे हैं।
बांध का फुल रिजर्वायर लेवल (FRL) 422.76 मीटर है। इसके मुकाबले जलस्तर 423.05 मीटर पर पहुंच गया है। बांध में पानी की आवक 1775 क्यूमेक है, जिसे देखते हुए बुधवार को 9 गेट खोले गए थे। इसके बाद 6 गेट और खोल दिए गए हैं।
सभी गेट 1.40 मीटर की औसत ऊंचाई तक खोले गए हैं। इनसे कुल 3245 क्यूमेक पानी छोड़ा जा रहा है। कुल निर्वहन 3511 क्यूमेक है। पिछले साल इसी दिन जलस्तर 422.60 मीटर था और लाइव क्षमता 99% थी, जबकि इस साल यह 102.33% हो गई है।
सायरन बजने के बाद दुकानदारों में हड़कंप
प्रशासन ने नर्मदा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया है। ग्वारीघाट स्थित झंडा चौक के दुकानदार सतीश उपाध्याय ने बताया कि कल भी सायरन बजा था। प्रशासन ने उन्हें तीन घंटे में दुकान खाली करने के निर्देश दिए हैं, क्योंकि उनकी दुकानें अब पानी में डूब सकती हैं। उपाध्याय ने बताया कि पहले भी उनकी दुकानें 10 से 11 दिनों तक डूबी रही हैं। सायरन बजने के एक घंटे बाद पानी आता है, जिससे उन्हें सामान समेटने का समय मिल जाता है।
पुलिस अलर्ट, लगातार मुनादी
ग्वारीघाट टीआई सुभाष चंद्र बघेल ने बताया कि पिछले एक-दो दिन से लगातार बारिश हो रही है, जिससे जलस्तर बढ़ा है। बरगी डैम के गेट खोलने के बाद निचले इलाकों में लगातार अलाउंस कराया जा रहा है। पुलिस ने घाट के दुकानदारों और उनके सामान को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया है। पुलिस लगातार गश्त कर रही है।
अगले तीन दिन भी बारिश
मौसम विभाग ने अगले दो-तीन दिन और बारिश का अनुमान जताया है, जिससे जलस्तर चार-पांच फीट और बढ़ सकता है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी के पास न जाएं और सुरक्षित रहें।

