
कटनी जिले की रीठी तहसील में फसल गिरदावरी और डिजिटल क्रॉप सर्वे का काम करने वाले कर्मचारियों ने बुधवार को कलेक्टोरेट कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपा। इन कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें एक साल से वेतन नहीं मिला है, जिससे उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
क्या है पूरा मामला?
राजस्व विभाग ने जुलाई 2024 में इन कर्मचारियों को फसल गिरदावरी और डिजिटल क्रॉप सर्वे के लिए नियुक्त किया था। कर्मचारी रमेश कुमार दया ने बताया कि उन्होंने पूरी ईमानदारी और निष्ठा से किसानों के खेतों में जाकर फसल की गिरदावरी की और किसान आईडी बनाने का काम भी पूरा किया।
इसके बावजूद उन्हें पिछले एक साल से उनके काम का मेहनताना नहीं मिला है। कर्मचारियों का कहना है कि वेतन न मिलने के कारण उन्हें रोज़मर्रा की ज़िंदगी में बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
काम रोकने की चेतावनी
कर्मचारियों ने ज्ञापन में अधिकारियों से तत्काल वेतन भुगतान की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो किसानों के रजिस्ट्रेशन और अन्य राजस्व कार्यों में देरी हो सकती है, जिससे किसानों को भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है।