
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के झाबुआ दौरे से पहले झाबुआ में नर्मदा का पानी पहुंचाने की मांग ने जोर पकड़ लिया है। झाबुआ विधायक विक्रांत भूरिया ने पीएम मोदी से झाबुआ को पानी उपलब्ध कराने की मांग की है।
लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को आदिवासी क्षेत्र को कई परियोजनाओं की सौंगात दी। पीएम के दौरे से पहले सियासत भी तेज हो गई है। कांग्रेस के झाबुआ से विधायक विक्रांत भूरिया ने कहा कि झाबुआ को नर्मदा का
पानी कब मिलेगा? उन्होंने प्रधानमंत्री से मांग करते हुए कहा कि जब गुजरात को नर्मदा का पानी मिल सकता है तो झाबुआ को अभी तक नर्मदा का पानी क्यों नहीं मिला? भूरिया ने कहा कि झाबुआ में पानी की बहुत किल्लत है। प्रधानमंत्री को झाबुआ को नर्मदा का पानी उपलब्ध कराने पुख्ता कदम उठाने चाहिए।
कांग्रेस विधायक ने कहा कि झाबुआ में मेडिकल कॉलेज की स्थापना हो। ट्राइबल यूनिवर्सिटी की स्थापना हो। अभी अमरकंटक में ट्राइबल यूनिवर्सिटी है। उन्होंने कहा कि उसमें भी आदिवासी छात्रोें और टीचर्स की कमी है। विक्रांत भूरिया ने झाबुआ में आर्मी स्कूल खोलने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि इससे मध्य प्रदेश के साथ गुजरात और राजस्थान को भी लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि आदिवासियों को उनकी जमीन के पट्टे नहीं मिल रहे है। भाजपा ने पैसा कानून को कमजोर बनाने का काम है। अनुसूचित जनजाति के लिए बने सब प्लान का 207 करोड़ रुपए दूसरे विभाग को दे दिया गया।
विक्रांत भूरिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रचार और भाजपा के लिए झाबुआ आए है। वह सिर्फ घोषणा ना करें। काम करके दिखाएं। उन्होंने कहा कि राजनीति अपनी जगह है, लेकिन जनता के काम होने चाहिए। प्रधानमंत्री आदिवासी समाज की समस्या का निराकरण करें।