
सागर-बीना रेल लाइन पर स्थित श्री देव ठाकुर बाबा मंदिर के नीचे सागर-खुरई मार्ग पर बना रेलवे फाटक आज से 11 दिन के लिए बंद रहेगा। रेलवे ने 17 से 27 सितंबर तक रेलवे गेट नंबर 11 बंद किए जाने का आदेश जारी किया है।
इस दौरान अप-डाउन ट्रैक पर तीसरी लाइन में ओवरहालिंग कार्य किया जाएगा। जिसको लेकर 11 दिनों तक रेलवे फाटक बंद रहेगा। रेलवे फाटक बंद होने से सागर-खुरई मार्ग पर आवागमन करने वाले राहगीरों को मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा।
यहां कोई वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था नहीं की गई है। राहगीर पुलिया के नीचे से कीचड़ में होते हुए निकल रहे हैं। बारिश में पुलिया में पानी आने से यह रास्ता भी बंद हो सकता है।
गेट बंद होने के पहले दिन बुधवार को सागर-खुरई मार्ग पर आवागमन करने वाले राहगीर परेशान हुए। क्षतिग्रस्त रास्ते से होकर गुजरते रहे। दरअसल, रेलवे फाटक बंद होने से जरुआखेड़ा के पास सागर-खुरई मार्ग को जोड़ने के लिए कोई वैकल्पिक मार्ग नहीं बनाया गया है।
इस कारण से लोग मजबूरन पुलिया के उबड़-खाबड़ रास्ते से होकर निकल रहे हैं। ऐसे में उन्हें दुर्घटना का खतरा बना रहता है। राहगीरों का कहना है कि रेल प्रशासन पुलिया से होते हुए वैकल्पिक मार्ग बनाए ताकि लोग सुरक्षित तरीके से आवागमन कर सकें।
इन मार्गों से आवागमन कर सकते हैं लोग
जरूवाखेड़ा गेट से रोजाना बड़ी संख्या में दोपहिया, चार पहिया, यात्री बसें समेत भारी वाहन आवागमन करते हैं। गेट बंद होने से वाहन चालकों को लंबा रास्ता तय करना पड़ेगा। बीना से सागर आने वाहनों को मालथौन होकर यात्रा करनी होगी। वहीं खुरई, राहतगढ़ और किशनपुरा होते हुए भी यात्री सागर पहुंच सकते हैं। इसी तरह जरूवाखेड़ा से बांदरी-मालथौन मार्ग से बीना पहुंचने का विकल्प रहेगा।