
दमोह की व्यारमा नदी से निकलकर एक मगरमच्छ खेत में पहुंच गया। उसकी चलहकदमी से किसान दहशत में है। खेत जाने से पहले किसान भीड़ जुटाते हैं।
दमोह के जबेरा ब्लॉक के बनवार और झरौली गांव के बीच व्यारमा नदी से निकले मगरमच्छ ने खेत में डेरा जमा लिया है। इससे दहशत में किसान खेत नहीं जा पा रहे हैं। किसान जब खेत जाते हैं तो पहले लोगों की भीड़ जुटाई जाती है ताकि कोई घटना हो तो ग्रामीण सहयोग कर सकें।
व्यारमा नदी में मिलने मुहर नाले के किनारे से मगरमच्छ अक्सर पानी से बाहर निकलकर खेतों में आते हैं। इससे किसान दहशत में हैं। बुधवार को पांच फीट लंबा मगरमच्छ खेत किनारे बैठा दिखाई दिया। स्थानीय लोगों ने मगर को देखते ही उसका वीडियो बना लिया। व्यारमा नदी में कई मगरमच्छ मौजूद हैं, जो खेतों में चहलकदमी करते दिखाई देते हैं। व्यारमा नदी किनारे काम करने वाले किसानों को मगरमच्छों की मौजूदगी की जानकारी है। इस वजह से वह सतर्कता बरतते हैं।
स्थानीय रहवासी बबलू खान ने बताया कि जहां यह मगरमच्छ है, वहां से किसानों ने नाला पार करने के लिए अस्थाई रास्ता बनाया है। मगरमच्छ इसी नाले से निकलकर खेतों में पहुंच जाता है। वह कभी भी किसान, बच्चों, महिलाओं पर हमला कर सकता है। इस डर से किसानों ने खेतों में जाना बंद कर दिया है। किसानों का कहना है कि वह इस तरफ छोटे बच्चों और महिलाओं को नहीं आने देते हैं। किसी दिन जरा-सी असावधानी बड़ी घटना का कारण बन सकती है। लोगों ने वन विभाग से मांग की है कि खेतों में आने वाले मगरमच्छ को पकड़कर किसी दूसरे स्थान पर छोड़ा जाए।