
उज्जैन के मां बगलामुखी धाम मंदिर के स्थापना दिवस पर 31 मार्च से 2 अप्रैल तक 151 ब्राह्मणों द्वारा शतचंडी महायज्ञ किया जा रहा है। इसके लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और अखिल भारतीय नाथ संप्रदाय के अध्यक्ष योगी आदित्यनाथ धार्मिक नगरी उज्जैन आ सकते हैं।
अप्रैल माह की शुरुआत में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और अखिल भारतीय नाथ संप्रदाय के अध्यक्ष योगी आदित्यनाथ धार्मिक नगरी उज्जैन आ सकते हैं। भृतहरि गुफा के महंत योगी पीर रामनाथ महाराज ने उत्तर प्रदेश पहुंचकर योगी आदित्यनाथ को उज्जैन में आयोजित बगलामुखी मंदिर के 5वें स्थापना दिवस पर आयोजित शतचंडी महायज्ञ में शामिल होने का निमंत्रण दिया है। योगी ने इस आमंत्रण को सहर्ष स्वीकार करते हुए उज्जैन आने की बात कही है।
भर्तृहरि गुफा के गादीपति योगी पीर महंत श्री रामनाथ महाराज ने बताया कि भैरवगढ़ रोड स्थित उज्जैन के मां बगलामुखी धाम मंदिर के स्थापना दिवस पर 31 मार्च से 2 अप्रैल तक 151 ब्राह्मणों द्वारा शतचंडी महायज्ञ किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य पूरे देश को आने वाली आपदा और संकट से बचाना है। पीर योगी महंत श्री रामनाथ महाराज ने बताया कि तीन दिवस के लिए आयोजित किए जा रहे शतचंडी महायज्ञ में अखिल भारतीय नाथ संप्रदाय के अध्यक्ष पीठाधीश्वर गुरु गोरखनाथ मंदिर गोरखपुर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को भी आमंत्रित किया गया है। इसका निमंत्रण देने के लिए उज्जैन से रामनाथ महाराज खुद साधु-संतों के साथ लखनऊ सीएम हाउस पहुंचे थे। यहां आपने आमंत्रण पत्रिका देकर योगी आदित्यनाथ का शॉल-श्रीफल से सम्मान किया। आपने बताया कि इस तीन दिवसीय आयोजन के दौरान साधु संतों का भंडारा, यज्ञ और सांस्कृतिक कार्यक्रम कुचीपुड़ी की प्रस्तुति भी होगी।
योगी पीर महंत रामनाथ महाराज जी का जन्म दिवस भी मनाएंगे
बताया जाता है कि इस तीन दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिन यानी की 2 अप्रैल को बगलामुखी मंदिर के पांचवें स्थापना दिवस समारोह के साथ ही योगी पीर महंत श्री रामनाथ जी महाराज का जन्मदिवस भी है, जिसे उनके देश भर के भक्त उज्जैन पहुंचकर धूमधाम से मनाएंगे।
आमंत्रण कार्ड देकर किया जा रहा आमंत्रित
धार्मिक नगरी उज्जैन में इस प्रकार के आयोजन वैसे ही सफल रहते हैं लेकिन स्थापना दिवस के इस आयोजन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल होने वाले हैं, इसीलिए इस आयोजन की तैयारियां अभी से शुरू हो चुकी हैं। बगलामुखी मंदिर पर कार्यक्रम के दौरान कितना बड़ा टेंट लगेगा, कहां भोजनशाला बनेगी, कहां पर जल की व्यवस्था होगी और यज्ञ में कितने प्रकार की सामग्री का उपयोग होगा, इन सबको लेकर तैयारी शुरू हो चुकी है और आयोजन से संबंधित सामान भी बगलामुखी धाम पर पहुंचने लगा है।