
खनिज विभाग 50 लाख रुपये से ज्यादा की वसूली ओर करने का दावा कर रहा है। ऐसे में खनिज विभाग चालू वित्त वर्ष में दिया गया अपना टारगेट पार कर 50 लाख रुपये की अतिरिक्त कमाई करेगा।
शासन को इस साल खनिज विभाग से 27 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। इसमें 25.50 करोड़ की कमाई रायल्टी से हुई है, वहीं 1.50 करोड़ रुपये की राशि विभाग ने अवैध खनन और परिवहन पर कार्रवाई कर वसूली है।
जिला खनिज निरीक्षक आलोक अग्रवाल ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-2024 के लिए खनिज विभाग को 27 करोड़ का राजस्व अर्जित करने का लक्ष्य मिला था। खनिज विभाग ने इस टारगेट को पूरा करते हुए अभी तक 27 करोड़ की कमाई कर ली है। वित्तीय वर्ष को समाप्त होने में अभी तीन दिन शेष हैं। इन तीन दिनों में खनिज विभाग 50 लाख रुपये से ज्यादा की वसूली ओर करने का दावा कर रहा है। ऐसे में खनिज विभाग चालू वित्त वर्ष में दिया गया अपना टारगेट पार कर 50 लाख रुपये की अतिरिक्त कमाई करेगा।
उल्लेखनीय है कि खनिज राजस्व अर्जित करने के मामले में उज्जैन जिला भी अव्वल रहा है। उम्मीद है आने वाले समय में विभाग को इससे और भी ज्यादा खनिज राजस्व मिलेगा। जिले में गिट्टी और मुरम की खदानों से सर्वाधिक राजस्व विभाग को मिलता है। गिट्टी और मुरम खदानों पर गौर करें तो जिले में करीब 200 खदानों का संचालन हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 की शुरुआत के साथ ही खनिज विभाग ने अवैध खनन और परिवहन पर कार्रवाई शुरू कर दी थी। एक अप्रैल 2023 से आज तक कुल 147 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें अवैध परिवहन पर 120, अवैध खनन के 20, और सात प्रकरण अवैध भंडारण के बनाए गए हैं। इसमें पकड़े गए सभी लोगों के खिलाफ एफआईआर, तो वाहनों के खिलाफ वाहन एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। सैकड़ों खदान मालिकों को भी नोटिस थमाए गए हैं, वहीं संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उन पर भी उचित कार्रवाई की गई हैं।