
दमोह के मोहर गांव में व्यारमा नदी से बाहर आए एक मगरमच्छ ने कुत्ते का शिकार किया है। इससे ग्रामीण दहशत में है और उन्होंने फिलहाल नदी के पास जाना बंद कर दिया है। वन विभाग भी मुस्तैद हो गया है।
दमोह के मोहर गांव में व्यारमा नदी से बाहर आए मगरमच्छ ने एक कुत्ते का शिकार कर लिया। इसके बाद से ग्रामीण दहशत में हैं। वह अपने खेत की ओर भी नहीं जा पा रहे हैं। यह बीते एक महीने में दूसरा मौका है, जब मगरमच्छ बाहर दिखाई दिया है।
दमोह जिले की जबेरा जनपद के बनवार ग्राम के मोहर हार में व्यारमा नदी से मगरमच्छ बाहर आकर खेत में दिखाई दिया है। इस बार उसने कुत्ते का शिकार भी किया है। इससे ग्रामीण दहशत में हैं क्योंकि करीब सात फीट लंबे मगरमच्छ ने अब हिंसक होने के संकेत दिए हैं। स्थानीय निवासी राजा खान ने बताया कि शुक्रवार सुबह मगरमच्छ नदी से बाहर निकल आया। एक कुत्ते को अपना शिकार बनाया। एक माह के अंदर यह दूसरा मौका है जब मगरमच्छ नदी से निकलकर खेतों के पास सुबह से दोपहर तक बैठा रहा। जिले के सबसे बड़े माला जलाशय से निकली शून्य नदी आगे चलकर मुबार और धंसरा गांव के पास के बीच से बहने वाली व्यारमा नदी से मिल जाती है। बारिश के समय माला जलाशय में रहने वाले मगरमच्छ शून्य नदी से होते हुए व्यारमा नदी में चले जाते हैं। इससे नदी में मगरमच्छों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है।
जहां मगरमच्छ वहां रखी किसानों की सामग्री
जिस जगह पर मगरमच्छ आकर बैठा है, वहां पर किसानों की मोटर, कृषि सामग्री रखी है। पास में ग्राम पंचायत की पेयजल लाइन भी है। पहले तो मगरमच्छ लोगों की आहट पाते ही नदी में चला जाता था। अब उस पर आहट भी बेअसर है। पहली बार जब मगरमच्छ दिखाई दिया था तो वन विभाग टीम ने मौके पर पहुंचकर लोगों से सतर्क रहने की अपील की थी। वन विभाग को भी मगरमच्छ के फिर नदी से बाहर आने की सूचना दी है। अब तक कोई रेस्क्यू टीम मौके पर नहीं पहुंची है।