
सामाजिक विवाद की वजह से एक परिवार के यहां तेरहवीं भोज में समाज के लोग पहुंचे ही नहीं। परिवार ने भोज के लिए खाना बना लिया था। अब परिवार खाना लेकर पुलिस चौकी पहुंच गया।
दमोह जिले के जबेरा थाना की सिंग्रामपुर चौकी के गांव सुनबुराह गांव में दलित समाज के एक युवक के पिता की तेरहवीं के कार्यक्रम से समाज के लोगों ने दूरी बना ली। इससे आहत परिवार के लोग तेरहवीं भोज के लिए बना खाना एक बोलेरो में रखकर सिंग्रामपुर पुलिस चौकी पहुंचे। वहां अपने समाज के लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने हस्तक्षेप किया और दोनों पक्षों में राजीनामा कराया।
जमना प्रसाद चौधरी निवासी सुनवारा ने बताया कि 26 मई को उसके पिता की तेरहवी थी। इसमें समाज के कुछ लोगों ने भोज खाने से मना कर दिया। इन्हीं लोगों ने कार्यक्रम के लिए सहयोग किया। अब भोजन करने से मना कर रहे हैं। मेरा खाना खराब हो गया है। मुझे समाज से निष्कासित कर दिया है। मारपीट की धमकी भी दी गई है। इसमें मुख्य रुप से तुलसीराम चौधरी, कुसाली चाधरी, हरचत चौधरी, घरमू चाघरी, प्रमोद चौधरी, द्वारका चौधरी, केशलाल चौधरी, राजकुमार चौधरी और समाज के अन्य परिवार शामिल हैं। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि यदि उसके साथ कोई घटना होती है तो इन्हीं लोगों को दोषी माना जाए।
दोनों के बीच है सामाजिक विवाद
सिग्रामपुर चौकी प्रभारी आलोक तिरपुड़े ने बताया कि जमुना प्रसाद चौधरी ने आवेदन देकर बताया है कि उसके पिता की तेरहवीं भोज का खाना खाने से उनके समाज के लोगों ने इनकार कर दिया है। पुराना सामाजिक विवाद सामने आ रहा है। दोनों पक्षों को बुलाकर समझाइश दी गई है। चूंकि, एक ही समाज के लोगों का मामला है। दोनों पक्ष विवाद आपस में बैठकर सुलह करने को राजी हो गए हैं। गांव में पुलिस भेजकर दूसरे पक्ष से बात की है। दोनों ही पक्षों को एक साथ बिठाया गया। आपस में राजीनामा कर विवाद को खत्म कर दिया।