
MP News: मध्यप्रदेश के कटनी जिले में होने वाला तेंदूपत्ता की गुणवत्ता काफी बेहतर पाई गई। जिससे देशभर की 13 नामी कंपनियों ने यहां के तेंदूपत्ता खरीदने में रुचि दिखाई है।
वनमंडल अधिकारी गौरव शर्मा ने बताया की शासन द्वारा इस बार तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए 4 हजार 126 रुपए प्रति मानक बोरा दे रही है। वहीं जिले में संग्रहण कार्य में 30 वानोपज समितियां के माध्यम से 40 हजार से अधिक परिवार मिलकर कार्य कर रहे हैं, जिन्होंने पिछले 5 वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ते हुए 37 हजार मानक बोरा का लक्ष्य 100 फीसदी पूर्ण करते हुए अब क्षमता से अधिक का संग्रहण करने में लगे हैं।
कटनी जिले के सबसे बड़े और गुणवत्ता युक्त तेंदूपत्ता 2 वन परिक्षेत्र में पाए गए हैं, जहां के लिए मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, हैदराबाद सहित आसाम की 13 नामी कंपनियों ने आगे बढ़कर खरीदी में रुचि दिखाई है।जिले में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य 2 मई से शुरू हो गया था जो 20 दिनों के भीतर ही अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया था। हालांकि शासन इस बार 14 करोड़ 80 लाख की मजदूरी का बजट बनाया था, लेकिन इस बार क्षमता से अधिक का 38 हजार मानक बोरा संग्रहण कार्य हुआ जो वही परिवहन मिलकर यह बजट 16 करोड़ 6लाख पहुंच गया है।
डीएफओ गौरव शर्मा बताते है जिले में गुणवत्तायुक्त तेंदूपत्ता ढीमरखेड़ा और बड़वारा वन परिक्षेत्रों में पाया गया है। दरअसल यह दोनों ही क्षेत्र बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लगे हुए जंगलों का हिस्सा है, जहां सबसे बड़े और अच्छे स्तर के तेंदूपत्ता मिले है। शासन द्वारा गरीब और जरूरतमंदों को सशक्त करने के लिए समितियों से तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य लिया गया है, जहां गुणवत्ता के हिसाब से समितियों का खरीदी का भुगतान किया गया है। बात दें इस बार सबसे ज्यादा भुगतान 5100 रुपए प्रति मानक बोरा लिया गया, जो ढीमरखेड़ा और बड़वारा समिति के ठेकेदारों को मिला है।