
नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए पिशाचमुक्तेश्वर की साधना चल रही है। ढाई महीने से यह अनुष्ठान चल रहा था। मोदी की तस्वीर रखकर पूजा की जाती थी।
देश भर में छह चरणों में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव के मतदान के बाद अब प्रशासनिक अमला जहां आगामी चार जून को होने वाली मतगणना की तैयारी में जुटा हुआ है तो वहीं पूरे देश को यह जानने का बेसब्री से इंतजार है कि आखिर इस बार जनता ने मोदी की गारंटी पर भरोसा जताया है या कांग्रेस व अन्य दलों के संगठन को इस चुनाव में मौका दिया है। जनता का विश्वास किस पर कायम है, यह तो चार जून को पता चलेगा। लेकिन धार्मिक नगरी उज्जैन के रामघाट स्थित 84 महादेव में 64वां स्थान रखने वाले श्री पिशाचमुक्तेश्वर महादेव पर नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए एक विशेष अनुष्ठान किया गया है।
उज्जैन के शिप्रा तट पर श्मशान भूमि शोध संस्थान उज्जैन के तत्वावधान में यह अनुष्ठान किया गया। जिसमें श्री पिशाच मुक्तेश्वर महादेव का पूजन अर्चन कर बीजेपी की पूर्ण बहुमत से सरकार बने और नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनें, इस भावना के साथ पिशाचमुक्तेश्वर महादेव की पूजा की गई। श्मशान भूमि शोध संस्थान के अध्यक्ष और अनुष्ठान के संयोजक पंडित रामनरेश शुक्ला ने बताया कि देश के चहुंमुखी विकास के लिए यह अनुष्ठान किया जा रहा है। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही सबका साथ सबका विकास के साथ नित्य नए-नए कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि साल 2020 में हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को श्मशान भूमि को लेकर पत्र भेजे थे, जिसके बाद उन्होंने डीपीआर जारी कर साल 2024 में एक निविदा जारी की। इसके तहत जल्द ही 10 किलोमीटर के क्षेत्र में श्मशानों का निर्माण किया जाएगा। इस विशेष आयोजन मे अंकित कंस्ट्रक्शन भोपाल और श्रोती टेलीकॉम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
नरेंद्र मोदी की तस्वीर रखकर की जाती थी पूजा
इस पूजन अर्चन को करवाने वाले पंडित देवकांत जोशी कमल वाला पंडा ने बताया कि लगभग ढाई महीने से यह आयोजन जारी था, जिसमें माह की प्रति पंचमी पर भगवान का विशेष पूजन अर्चन किया जाता था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर रखकर यह पूजा की जाती थी।