
एसपी धर्मराज मीणा ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से घटना में लूटा गया माल बरामद कर लिया गया है। पुलिस ने डकैती की वारदात में शामिल 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले की जांच करने वाली पुलिस टीम को 10000 रुपये का पुरस्कार भी दिया जाएगा।
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के मेनगांव थाना क्षेत्र की दामखेड़ा कॉलोनी में डकैती करने वाले बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 4 लाख रुपये के गहने समेत 21 हजार रुपये नकद, घटना में इस्तेमाल बोलेरो गाड़ी, 3 मोटर साइकिल, 2 देशी पिस्टल और हथियारों के साथ ही बड़ी मात्रा में औजार भी बरामद किए हैं। साथ ही धार जिले के आरोपियों का साथ देने और डकैती के माल में हिस्सा लेने वाले खरगोन के 5 बदमाशों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि दामखेड़ा कॉलोनी में बीते दिनों एक घर में महिलाओं को हथियारों का रोब दिखाकर डकैतों ने इस घटना को अंजाम दिया था। जिसके बाद से ही मेनगांव थाना प्रभारी बलराम राठौड़ मामले के जांच में लगे हुए थे।
मेनगांव थाना प्रभारी ने लिया घटना को चुनौती के रूप में
एसपी धर्मराज मीणा ने बताया कि खरगोन के पास मेनगांव थाना अंतर्गत आने वाली दामखेड़ा कॉलोनी में पिछले दिनों एक डकैती की घटना अंजाम दी गई थी, जिसको चुनौती के रूप में लेते हुए मेन गांव थाना प्रभारी सहित पुलिस टीम ने जांच शुरू की थी। इसी बीच मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ व्यक्ति खरगोन के आसपास कोई बड़ी डकैती की योजना बना रहे हैं, जिस पर 8 लोगों को घेराबंदी कर पकड़ा गया। उनके पास से डकैती में इस्तेमाल होने वाले औजार भी बरामद हुए। उन लोगों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई तो उनके द्वारा मेनगांव में डकैती की वारदात करना कबूल किया गया। पकड़े गए आठ व्यक्ति धार जिले के बाग टांडा के आसपास के रहने वाले हैं।
लूट में हिस्सा लेने वाले भी पुलिस गिरफ्त में
एसपी मीणा ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से दामखेड़ा की घटना में लूटे गए करीब चार लाख रुपए के सोने के जेवरात, घटना में इस्तेमाल की गई बोलेरो गाड़ी के साथ ही हथियार भाी बरामद हुए हैं। पूछताछ में सामने आया कि वारदात में खरगोन के रहने वाले पांच लोग भी शामिल थे, जिन्होंने वारदात करने को लेकर जानकारी आरोपियों तक पहुंचाई थी। इसमें उनको भी डकैती के माल में हिस्सा मिला है, इस तरह से कुल 13 डकैत इस घटना में शामिल थे, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच करने वाली टीम को 10000 रुपये का पुरस्कार भी दिया जाएगा।