
International Yoga Day 2024: प्रधान आरक्षक भगवानदास दाहिया जल के ऊपर हर मुद्रा में बड़ी आसानी से योग करते हैं। योग में पद्मासन, शवासन, हनुमान समेत कई प्रकार के आसन जो जमीन पर बैठकर किए जाते हैं दाहिया उन्हें पानी में करते हैं।
दमोह पुलिस महकमे में एक ऐसे पुलिस कर्मी है जो पानी में घंटों तक कई प्रकार की योग क्रियाएं करते हैं। इसके चलते मप्र सरकार की ओर से उन्हें राज्य वीरता पुरस्कार भी मिल चुका है। इस पुलिसकर्मी का नाम है भगवान दास दाहिया, इन्हें लोब बाबा भगवान दास के नाम से भी जानते हैं।
वर्तमान में प्रधान आरक्षक पद पदस्थ भगवानदास दाहिया बांदकपुर पुलिस चौकी में तैनात हैं। यह बिना तैरे गहरे जल में घंटों तक योग साधना करते हुए हनुमान चालीसा पढ़ते हैं। भगवानदास 10 साल की उम्र से जल में साधना कर रहे हैं। 1992 में इनका पुलिस विभाग में चयन हुआ था।
55 साल के भगवानदास का वजन 80 किलो हैं। उनका कहना है कि वे कुएं, बावड़ी, तालाब और नदी में छलांग लगाते उनका पूरा शरीर जल के ऊपर आ जाता है। ऐसा लगता है कि जैसे यह कोई चमत्कार हैं। हालांकि, खुद भगवानदास इसे अपनी साधना का करिश्मा बताते हैं। वे पानी के ऊपर आसन लगाकर घंटों तक हनुमान चालीसा का पाठ करते रहते हैं, लेकिन डूबते नहीं हैं। वे सप्ताह के हर मंगलवार को जल साधना करते हैं। जिसके लिए उन्हें भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय योग पुरस्कार और मध्य प्रदेश सरकार द्वारा राज्य स्तरीय वीरता पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।
पानी में लगाते हैं कई प्रकार के आसन
प्रधान आरक्षक भगवानदास दाहिया जल के ऊपर हर मुद्रा में बड़ी आसानी से योग करते हैं। योग में पद्मासन, शवासन, हनुमान समेत कई प्रकार के योग आसन जो जमीन पर बैठकर किए जाते हैं दाहिया उन्हें पानी में करते हैं। उनका कहना है कि योग करने से शरीर निरोग और स्वस्थ रहता है। करो योग और रहो निरोग।
जल तीन घंटे योग करने का रिकॉर्ड
प्रधान आरक्षक भगवानदास दाहिया जल में लगातार तीन घंटे तक योग करने के का रिकॉर्ड भी बना चुके हैं। देश के कई शहरों में वे अपनी योग क्रियाओं का प्रदर्शन करते हैं। वे उज्जैन कुंभ में छिपरा नदी के तट पर, प्रयागराज संगम गंगा नदी में, भेड़ाघाट नर्मदा नदी में और छतरपुर के भीमकुंड में जल योग का प्रदर्शन कर चुके हैं।