
नीट यूजी परीक्षा फर्जीवाड़े को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने राजधानी भोपाल में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने सरकार को जमकर घेरा।
नीट-यूजी परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर प्रदर्शन किया। धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि बच्चों की बौद्धिक हत्या अगर कहीं से शुरुआत हुई तो वह मध्य प्रदेश है। पहले व्यापमं के माध्यम से बच्चों के भविष्य को इन्होंने रौंदा। पुलिस भर्ती परीक्षा में घपले हुए, वन रक्षक, सहकारी बैंकों में भर्ती का घोटाला हुआ। मध्यप्रदेश को घोटालों की नर्सरी बना दिया। भाजपा की सरकार घोटाला को संरक्षित करती है। नरेंद्र मोदी पेपर लीक करवाते हैं। भाजपा के मुख्यमंत्री और मंत्री घोटाला करवाते हैं। उन्होंने कहा कि नर्सिंग घोटाले में मास्टर माइंड महेंद्र गुप्ता की जांच होना चाहिए। इस घोटाले का मास्टरमाइंड महेंद्र गुप्ता किसका ओएसडी है। इस घोटाले के लिए दोषी मंत्री से इस्तीफा क्यों नहीं लिया जाता।
14 लाख से ज्यादा हिंदू परिवारों के बच्चों के साथ हुआ अन्याय
एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने धरना प्रदर्शन में सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने इस दौरान कहा कि परीक्षाओं में हो रहे घोटाले से 14 लाख से ज्यादा हिंदू परिवारों के बच्चों के साथ अन्याय हुआ है। मोहन यादव बताएंगे कि इस मामले में कुछ करेंगे। नेट एग्जाम में जब शिकायत आई तो उसे कैंसिल कर दिया। लेकिन नीट जिसमें 14 लाख बच्चों का भविष्य निर्भर है, उसे रद्द नहीं किया।
दिग्गी बोले- वो लोग कहां गए जो हिंदुओं का ठेका लेते थे
दिग्विजय सिंह ने कहा कि वो लोग कहां हैं जो हिंदुओं का ठेका लिए रहते हैं। 14 लाख में से कितने मुसलमान होंगे, जिन्होंने परीक्षा दी है। 5-10 फीसदी मुसलमान होंगे बाकी तो हिंदू हैं। बजरंग दल हमारे खिलाफ रोज बयान देता है। वो हिंदुओं के बच्चों के हक में आवाज क्यों नहीं उठाते। भाजपा और आरएसएस का स्वरूप एक जैसा है। खाओ और खाने दो की मानसिकता पर काम करते हैं। अधिकारियों कर्मचारियों के साथ मिलकर लूटते हैं। जहां-जहां भाजपा का राज रहा है ऐसा हुआ है। जब से मोदी सरकार आई है घोटाले हो रहे हैं। एक भी घोटाले में न तो उन्होंने जांच कराई और न अपना मुंह खोला।
सिंह ने कहा कि भाजपा के राज में जितनी भी नियुक्तियां हुई हैं वहां घपला हुआ है। चाहे वह एमपी हो, यूपी या राजस्थान हो। पहले तो मध्य प्रदेश की यही बदनामी होती थी कि व्यापमं के डॉक्टर से इलाज नहीं कराएंगे। अब तो तो नीट में घोटाला हो गया। जिनकी नीट के जरिए भर्ती होगी, जो एम्स में पहुंच जाएंगे। अब जानकारी मिल रही है कि जिन्होंने पहले फार्म भर उन्हें पहले कॉलेज मिल जाएगा यह सब घपले का तरीका है।
पूरा खेल N का
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान के समय में मध्यप्रदेश में व्यापमं घोटाला हुआ। अब वे दिल्ली चले गए वहां नीट और नेट घोटाला हो गया। पूरा खेल N का है। N से नीट और नेट घोटाला। N से ही NDA और नरेंद्र मोदी का नाम आता है। पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने कहा कि घोटालों के पीछे की वजह देखेंगे तो कोई न कोई भाजपा से जुड़ा व्यक्ति शामिल पाया जाता है। कमलेश्वर ने कहा एक और बड़ा घोटाला ईवीएम का है। अभी एलन मस्क ने जो कहा उसकी यदि सही जांच हो जाए तो सच सामने आ जाएगा। मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी मुकेश नायक ने कहा कि एमपी में इतने घोटाले हो रहे हैं। ये युवाओं और आने वाली पीढ़ी के भविष्य का सवाल है। अकेले राजनीतिक दलों के भरोसे बैठने से कुछ नहीं होगा। सबको इस माहौल के खिलाफ आवाज उठानी पड़ेगी।